ग्रीन टी पीने के वैसे तो कई सारे फायदे आपको पता होंगे लेकिन ये दांतों के लिए भी फायदेमंद है यह बात पहली बार सामने आयी है। एसीएस एप्लाइड मटेरियल एंड इंटरफेसेस में प्रकाशित रिसर्च में यह दावा किया गया है कि ग्रीन टी में एपीगैलोकाटेचिन-3-गलाटे (ईजीसीजी) नाम का कंपाउंड पाया जाता है। ये कंपाउंड दांतों के समय से पहले गिरने और उन्हें कमजोर होने से बचाता है। दांतों में होने वाली प्लेक की समस्या से भी यह बचता है।
दांतों की एक और समस्या है, सेंस्टिविटी। दांतो के ऊपर एक सुरक्षा कवच होता है जब वह हट जाता है तब सेंस्टिविटी की समस्या होती है। कुछ भी ठंडा या गरम खाने से दांतो में तेज झंझनाहट महसूस होती है। चीन की वुहान यूनिवर्सिटी के सुई हुआंग और साथियों ने सेंस्टिविटी की समस्या से निपटने के लिए यह रिसर्च की। उन्होंने नैनोहाइड्रोक्सीएपेटाइट और ईजीसीजी को लिया, और यह पाया की ये दोनों कंपाउंड दांतों में कैविटी के बैक्टीरिया से लड़ते है और दांतों को उनसे बचाते है। हेल्थ ग्रुप के टी एडवाइजरी पैनल के डॉ टिम बांड ने भी इस बात को स्वीकार किया कि ग्रीन टी नेचुरल ब्रेथ फ्रेशनर का काम करता है।
कैविटी होने से बचाए-
ग्रीन टी दांतों को कैविटी की परेशानी होने से बचाते हैं। हाल ही में मिस्त्र में हुए एक रिसर्च से पता चला है कि अगर ग्रीन टी से पांच मिनट तक कुल्ला किया जाए, तो बैक्टीरिया दूर हो जाते हैं। सााि ही जिन लोगो पर ये टेस्ट किया गया उनमें गम ब्लीडिंग की समस्या भी बहुत कम थी।
गम डिसीज से करे बचाव-
ग्रीन टी में मौजूद एंटी इंफ्लेमेट्री पॉवर्स गम डिसीज को दूर करने में मदद करता है। जापान में हुई एक रिसर्च में ये सामने आया कि जो लोग नियमित रूप से ग्रीन टीका सेवन करते हैं उनके मसूड़े स्वस्थ रहते हैं।
कैंसर को करे कंट्रोल-
ग्रीन टी के सेवन से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को दूर करने में मदद मिलती है। टेक्सास यूनिवर्सिटी के एक रिसर्च में ये पाया है कि जिन लोगों को कैंसर था, उन्हें ग्रीन टी का सेवन कराया गया, तो उनकी कैंसर की बीमारी में काफी अंतर देखने को मिला।