कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपने ही संसदीय क्षेत्र अमेठी से लापता हैं। उनके कई पोस्टर भी अमेठी में दीवारों पर चस्पा कर दिए गए हैं। जिसमें साफ लिखा है कि राहुल गांधी अमेठी से लापता हैं। उनके लापता होने के ये पोस्टर कल से चर्चा का विषय बने हुए हैं। हालांकि कंाग्रेसियों का कहना है कि ये सब एक साजिश के तहत किया जा रहा है। लोग राहुल गांधी की साख गिराना चाहते हैं, इसलिए ऐसा कर रहे हैं। फिलहाल पोस्टरों पर न तो किसी का नाम है और न ही किसी का नंबर छोड़ा गया है। अमेठी में आम दीवारों पर ही नहीं बल्कि सरकारी ऑफिसों में भी उनके लापता होने के पोस्टर चिपकाए गए हैं।
जब इस मामले की जानकारी कांग्रेसियों को हुई, तो उन्होंने इसका विरोध करते हुए कहा है कि पहले भी इस तरह की बेतुकी घटनाओं को अंजाम दिया गया है। बता दें कि पहले भी लोकसभा चुनाव के बाद इस तरह के पोस्टर लगाए गए थे। उस समय भी कांग्रेसियों ने इसे एक साजिश ही बताया था।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेन्द्र मिश्रा ने कहा है कि चार पांच दिन पहले राहुल गांधी ने यहां के किसानों की समस्या को लेकर लखनऊ में एनएचआई के ऑफिस में अधिकारियों से मुलाकात की थी। इतना ही नहीं जिले से कई किसान भी उने साथ गए थे और मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि विरोधी दल ये साजिश कर रहे हैं। इस समय राहुल काफी अच्छा काम कर रहे हैं। देश में जहां भी जनता को उनकी जरूरत है, वे वहां पहुंच रहे हैं। ये बात विरोधी दल को हजम नहीं हो रही। सालभर पहले भी ऐसे पोस्टर लगाए गए थे। हमारी पार्टी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। विरोधी दल से बस ये गुजारिश है कि वे इन बेतुकी बातों को छोड़कर अपने काम पर ध्यान दें तो उनके लिए बेहतर होगा।