अहंकार न बना दे आपको रावण
- - Advertisement - -
रोजमर्रा की जिन्दगी में तरह-तरह की स्थितियों से गुजरना पड़ता है। ऐसे में कभी हमें बहुत गुस्सा भी आता है। हम सफल हो गए तो अहंकार भी बढ़ जाता है, फिर मैं की भावना घर कर जाती है। ऐसे में नुकसान तो अपना ही है। लेकिन ये गुस्सा और अहंकार आपको रावण की तरह अहंकारी बना सकता है। रावण का गुस्सा बहुत तेज था और उसमें मैं की भावना इस कदर थी, कि अंत तक उसके मैं ने उसका पीछा नहीं छोड़ा। ऐसे में अपने गुस्से और अहंकार पर विराम लगाना जरूरी है। साइकलॉजिस्ट डॉ कमलेश उदैनिया कहते हें कि दूसरों की गलती या चीजें अपने मुताबिक न होने से कभी कभी गुस्सा आ जाता है। ऐसा होना स्वभाविक है। हर चीज मन मुताबिक तो हो नहीं सकती, लिहाजा धीरज से काम न लेने पर गुस्सा आ ही जाता है। गुस्सा आना अच्छा है, लेकिन उसका बेकाबू होना जरूर बुरा है। यह घातक नतीजे देता है और शांत होने पर पछताना ही पड़ता है।
गुस्सा आने के कारण-
– अपेक्षाएं पूरी न होने से पैदा होने वाली निराशा गुस्से की वजह बनती है। अगर कोई हमारी भावनाओं को आहत कर दे, तो हमें उस पर गुस्सा आने लगता है।
– कोई धोखा करे तो गुस्से के साथ दुख भी होता है।
– जब हमारे औरों से अधिक धन संपत्ति या ज्ञान हो तो व्यक्ति अहंकारी हो जाता है।
– कभी-कभी खुद को हमेशा औरों से बड़ा समझने की गलती भी अहंकारी बना देती है।
– सहनशक्ति कम होने पर भी छोटी-छोटी बात पर गुस्सा आ जाता है और व्यक्ति अहंकारी हो जाता है।
– डर, निराशा और अपराधबोध की स्थितियों में भी व्यक्ति में अहंकार पैदा हो जाता है।
इसलिए आता है गुस्सा-
विशेषज्ञ कहते हैं कि गुस्सा दरअसल मन मुताबिकि काम न होने पर सामने आता है। आदमी अपनी चिड़चिड़ाहट और निराशा गुस्से के रूप में व्यक्त करता है। किसी को गुस्सा आने पर हार्ट बीट बढ़ जाती है, तो कोई और अंहकारी बन जाता है। एड्रिनलिन हार्मोन तेजी से रिलीज होता है। यह बदलाव शरीर को ताकत से भरा रिएक्शन लेने के लिए तैयार कर देता है। इससे बॉडी मे कुछ और हार्मोंस रिलीज होते हैं, जो कुछ देर के लिए बॉडी का एनर्जी लेवल बढ़ा देते हैं। इसी दौरान नर्वस सिस्टम में कार्टिसोल समेत कुछ और कैमिकल निकलते हैं, जो शरीर और दिमाग को लंबे समय तक अपने गिरफ्त मे लिए रहते हैं।
अहंकार और गुस्सा करें कंट्रोल
– गुस्सा आएं तो उस जगह को छोड़ कर कहीं और चले जाएं। जब मन शांत हो जाए तो अपनी बात को सहजता से रखें।
– गुस्से को तर्क के जरिए भी शांत किया जा सकता है। मन में ही तर्क करें। गुस्सा खत्म हो जाएगा।
– लाइफस्टाइल मे बदलाव लाकर भी गुस्से और अहंकार पर काबू पाया जा सकता है।
– पद्मनासन पर बैठकर ओम का जाप करें। गुस्सा और अहंकार दोनों से दूर रह सकेंगे।
- - Advertisement - -
- - Advertisement - -