शंघाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी चीन यात्रा के आखिरी दिन शनिवार को चीन के 20 शीर्ष कंपनियों के सीइओ से मुलाकात की और उन्हें मेक इन इंडिया का न्यौता दिया। इस मुलाकात के बाद भारतीय और चीनी कंपनियों के बीच 22 अरब डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता विकास स्वरूप ने अपने ट्विटर हैंडल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीनी सीइओ के साथ मुलाकात की तस्वीरें साझा किया और वार्ता का ब्यौरा दिया।
इस दौरान दोनों देशों के सीईओ के बीच 20 से अधिक समझौतों पर दस्तखत भी हुए। इस मीटिंग के बाद चीनी कंपनी अलीबाबा के सीईओ जैक मा ने कहा कि हम भारत को लेकर काफी उत्साहित हैं। हमें मेक-इन-इंडिया और डिजिटल इंडिया से काफी उम्मीद है। वहीं, चीन की ही कंपनी डालियन सिटी के सीईओ लांगे सून ने कहा कि हम भारत में पावर सेक्टर पर जोर देना चाहते हैं। मेरी कंपनी गुजरात में निवेश करने का प्लान बना रही है। फिनांसियल सर्विसेज के सीईओ रमेश सी बावा ने पीएम और चीनी कंपनियों के सीईओ के साथ मुलाकात कार्यक्रम के बाद कहा- आईएलएफएस और आईसीबीएस के बीच दो अहम समझौतों पर हुए हैं हस्ताक्षर। आधारभूत संरचना परियोजनाओं है हमारा जोर। भारत की ओर से इस मंच में शामिल कंपनी भारती इंटरप्राइजेज के सीईओ राजन मित्तल ने कहा कि मुझे लगता है कि पीएम मोदी एक स्पष्ट एजेंडे के साथ यहां आए हैं। दोनों देशों के व्यापार को एक ब्रिज की जरूरत थी। हमें उम्मीद है कि इस मंच के जरिए भारत को काफी फायदा मिलेगा।
मंच को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने चीनी सीईओ से मेक-इन-इंडिया के तहत भारत में निवेश करने की अपील की। पीएम मोदी ने चीन के बिजनेस फोरम में कहा कि भारत और चीन को साथ मिलकर काम करना होगा। दोनों देशों की तरक्की के लिहाज से यही समय की जरूरत है। भारत और चीन के बीच सुलझे हुए रिश्ते विश्व की अर्थव्यवस्था और राजनीतिक स्थिरता के लिहाज से भी बेहद अहम हैं। मोदी ने कहा कि एफडीआई बहुत जरूरी है, लेकिन इसके लिए ग्लोबल माहौल बनाना भी जरूरी है। हमें स्वस्थ प्रतिद्वंदिता का माहौल बनाना होगा। उन्होंने कहा कि छोटे उद्योग के लिए हमने मुद्रा बैंक बनाया है और कई टैक्स खत्म किए हैं। सत्ता में आने के बाद बहुत कम समय में ही हमने अपनी संसद में जीएसटी बिल पेश कर दिया। हमने इसके लिए काफी फंड भी आवंटित किया है।
मोदी ने कहा कि चीनी कंपनियों के लिए यह ऐतिहासिक मौका है। हम व्यापार के लिए अनुकूल माहौल बनाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। भारत अब व्यापार के लिए तैयार हो चुका है। आप भी बदलाव के इस बयार को महसूस करेंगे।मैं आपको केवल इतना सलाह देना चाहूंगा कि आईए और देखिए। मोदी ने चीनी उद्योगपतियों को कहा, ‘आप दुनिया की फैक्ट्री हैं जबकि हम दुनिया के बैक ऑफिस हैं।’ पीएम मोदी ने चीनी उद्योगपतियों को भारत में निवेश का न्योता देते हुए कहा कि अगर आप भारत आएंगे तो हम आपको सभी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।