सोशल मीडिया के जमाने में ऐप की बूम है। हर दिन कोई नया ऐप हमारे मोबाइल में होता है। हर चीज के लिए नया एप लांच हो जाता है। भले ही वह कंपनी हो या सरकार, ऑपरेट करने के लिए ऐप का इस्तेमाल अब बहुत हो रहा है। किसी खास काम के लिए ऐप को डाउनलोड करना हमारी मजबूरी सी बन जाती है। हम उस वक्त तो ऐप डाउनलोड कर लेते हैं, लेकिन बाद में मोबाइल में इतना स्पेस न होने के कारण कई बार इन ऐप्स को अपने मोबाइल से हटा देते हैं। लेकिन कुछ एप्प ऐसे हैं, जिन्हें आप चाहकर भी नहीं हटाते। क्योंकि आप जानते हैं कि इन ऐप के बिना आपका गुजारा नहीं हो पाएगा।
कॉम स्कोर नाम की मार्केट सर्वे करने वाली वेबसाइट ने पॉपुलर एप्स की पॉपुलेरिटी को जानने के लिए एक सर्वे कराया और ये जानने की कोशिश की , कि ऐसे कौन से 10 एप्स हैं, जिन्हें व्यक्ति हर हाल में अपने मोबाइल में रखना चाहता है। तो आप भी जान लीजिए इन एप्स के बारे में।
सर्वे में ये आया सामने-
-18-34 साल के आयु वर्ग के 71 प्रतिशत लोगों का मानना है कि बहुत ज्यादा नोटिफिकेशन आने से उन्हें परेशानी होती है और इसलिए वह ज्यादा एप्स नहीं डालते।
-18-34 साल के आयु वर्ग के 33 प्रतिशत लोग पुश नोटिफिकेशन आने पर ज्यादा रिस्पांस देते हैं।
–एप्स को खरीदने की बात करें तो 18-34 साल की आयु के यूजर्स में 19 प्रतिशत लोग ही एप्स को खरीदने में विश्वास करते हैं। इनमें से ज्यादातर ने 12 से ज्यादा एप्स खरीदी हुई हैं।
-55 साल से ज्यादा की आयु वाले लोग एप्स को खरीदने में बिल्कुल विश्वास नहीं करते। इनमें से 80 प्रतिशत ने कभी कोई ऐप खरीदी ही नहीं है।
फेसबुक-
इसमें तो कोई शक नहीं है। मार्क जुकरबर्ग ने चीज ही ऐसी बनाई है। फेसबुक आज ज्यादातर लोगों को अपने बिछड़ों और पुराने दोस्तों से मिलवा रहा है। साथ ही ये अपनी बात कहने का एक मंच भी बनता जा रहा है। फेसबुक के जरिए न जाने कितने लोग पोस्ट भेजते हैं, जिसे कई लोग लाइक करते हैं। सर्वे में पाया गया कि 37 प्रतिशत स्मार्टफोन यूजर्स के फोन में यह ऐप जरूर मिलेगी। इनमें सबसे ज्यादा 45 प्रतिशत लोग 35 से 54 साल की आयु के लोग हैं। 18-34 साल के 29 प्रतिशत व 55 साल से ज्यादा आयु वाले 37 प्रतिशत लोग उसका यूज करते हैं।
जीमेल-
35 -54 साल के 37 प्रतिशत लोग जीमेल का इस्तेमाल करते हैं। खासतौर से जिनके पास स्मार्टफोन हैं, उनके सारे काम जीमेल के द्वारा ही होते हैं। 30 प्रतिशत 34 साल से कम आयु वाले लोग इसे अपने मोबाइल में जरूर रखते हैं।
अमेजॉन-
अमेजॉन आज एक ऐसी ऐप बन गई है, जिसे हर कोई शॉपिंग के लिए इस्तेमाल करता है। इस ऐप को डाउनलोड करने के मामले मं युवाओं ने बाजी मारी है। 18-34 आयु वर्ग के 35 प्रतिशत लोग इसे अपने मोबाइल में जरूर डालकर रखते हैं। वैसे स्मार्टफोन यूज करने वाले 30 प्रतिशत लोग इसे फोन में जरूर रखते हैं।
गूगल सर्च
इस ऐप का भी ज्यादातर इस्तेमाल बुजुर्ग ही करते हैं। 39 प्रतिशत 55 प्लस वाले लोग इसे अपने स्मार्टफोन में रखते हैं। जबकि 18-34 वर्ग वाले 11 प्रतिशत व 35-54 वर्ग के 21 प्रतिशत लोग इस ऐप को अपने फोन में रखते हैं। कुल 22 प्रतिशत लोगों ने इसे अपने मोबाइल फोन में डाला हुआ है।
गूगल मैप्स
अमरीका के लोगों में यह ऐप बेहद पॉपुलर है। खासतौर से बुजुर्गों की तो यह सबसे चहेती ऐप है। 55 साल से ज्यादा आयु के 35 प्रतिशत लोग इसे अपने फोंस में जरूर रखते हैं। युवाओं को खुद पर भरोसा है। 18-34 आयु वर्ग के युवा इसे फालतू की स्पेस किलिंग मानते हैं और इसे केवल 14 प्रतिशत लोग ही अपने फोन में रखते हैं।
फेसबुक मैसेंजर
फेसबुक की यह मैसेजिंग ऐप भी बहुत लोकप्रिय होती जा रही है। सर्वे के अनुसार फेसबुक मैसेंजर एप्प 18 प्रतिशत स्मार्टफोन यूजर्स के मोबाइल में जरूर मिलेगी। अगर आयु वर्ग की बात करें तो 18-34 आयु वर्ग के लोगों में यह लोकप्रियता में चौथे नंबर की ऐप है।
यू ट्यूब
13 प्रतिशत स्मार्टफोन यूजर्स इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। वीडियो देखने का चलन युवाओं में सबसे ज्यादा बढ़ रहा है। वैसे 18-34 साल की आयु वर्ग के लोगों में यह लोकप्रियता के हिसाब से 5वें नंबर की ऐप है। 16 प्रतिशत लोगों के मोबाइल में यह आपको मिलेगी।
एप्पल एप्प स्टोर
स्मार्टफोन यूजर्स की बात चलती है तो एप्पल का नंबर सबसे पहले आता है। किसी भी ऐप को डाउनलोड करने के लिए आपको इसकी जरूरत तो होगी ही। 10 प्रतिशत स्मार्टफोन यूजर्स के मोबाइल में आपको यह जरूर मिलेगा। जबकि 18-34 वर्ग के यूजर्स में 11 प्रतिशत के फोन में यह ऐप आपको जरूर मिलेगी।
गूगल प्ले स्टोर
जिन लोगों के पास एप्पल का ऐप स्टोर नहीं है और जो एंड्रायड फोन इस्तेमाल करते हैं उनके लिए यह सबसे महत्वपूर्ण ऐप है। 9 प्रतिशत स्मार्टफोन यूजर्स के फोन में यह जरूर मिलेगा।
इंस्टाग्राम
अमरीका में युवाओं के बीच अगर फेसबुक के बाद कोई ऐप पापुलर है तो वह है इंस्टाग्राम। फोटो पोस्टिंग साइट इंस्टाग्राम भी बेहद पापुलर हो रही है। 18-34 साल के वर्ग के लोगों में 11 प्रतिशत यूजर्स इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।