जन्म कुंडली में अनुकूल ग्रहों से संबंधित कार्य क्षेत्र रखने से व्यक्ति उन कार्य क्षेत्रों में सफल होता है, और प्रतिकूल ग्रहों से संबंधित कार्य क्षेत्र रखने से उन कार्य क्षेत्रों में असफल होता है।
चिकित्सा के क्षेत्र में
चिकित्सा के क्षेत्र में सफल होने के लिए जन्म कुंडली में सूर्य एवं शनि दोनों अनुकूल ग्रह होकर रोजगार दिलाने वाले ग्रह से संबंध करते हैं तो व्यक्ति चिकित्सा के क्षेत्र में सफल होता है। क्योंकि सूर्य जीवन को प्रदान करने वाला ग्रह है और शनि मृत्यु को देने वाला ग्रह है और मृत्यु से जीवन को बचा कर ले जाना चिकित्सक का पेशा होता है। यदि आपकी कुंडली में सूर्य अनुकूल ग्रह बनता है तो आपके आयुर्वेदिक चिकित्सा क्षेत्र में सफलता के चांस अधिक होते है। चंद्र और शुक्र अनुकूल बनते हैं तो होम्योपेथी चिकित्सा में सफलता के चांस अधिक होते है। मंगल अनुकूल बनता है तो एलोपेथी में सफलता के चांस अधिक होते है। बुध अनुकूल बनता है तो नैचरोपेथी में सफलता के चांस अधिक होते हैं। गुरू अनुकूल बनता है तो कॉस्मिक एनर्जी ट्रिटमेंट (रेकी एवं प्राणी हिलींग) में सफलता के चांस अधिक होते हैं। शनि अनुकूल बनता है तो एक्यूप्रेशर ट्रिटमेंट में सफलता के चांस अधिक होते हैं ।
इंजीनियरिंग के क्षेत्र में
इस क्षेत्र में सफल होने के लिए आपकी कुंडली में मंगल, शनि और बुध अनुकूल ग्रह होकर रोजगार दिलाने वाले ग्रह से संबंध करते हैं तो व्यक्ति इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सफल होता है। इंजीनियर के कार्य क्षेत्र में वह किस भी क्षेत्र में इंजीनियर होगा। अगर आपकी कुंडली के अनुसार मंगल अनुकूल ग्रह बनता है तो इलेक्ट्रानिक इंजीनियर बनने के चांस अधिक होते है। यदि शनि होता है तो मैकेनिकल इंजीनियर बनने के चांस अधिक होते है। यदि बुध होता है तो साफ्टवेयर इंजीनियर बनने के चांस अधिक होते है।
चार्टटर अकाउंटेंड सीए के क्षेत्र में
यदि आपकी जन्म कुंडली में बुध अनुकूल ग्रह बनकर यदि आपके रोजगार वाले ग्रह से संबंध कर रहा है तो व्यक्ति के सीए बनने के चांस अधिक होते है।
गायक के क्षेत्र में
यदि आपकी जन्म कुंडली में बुध और शुक्र ग्रह अनुकूल ग्रह बनकर यदि आपके रोजगार वाले ग्रह से संबंध कर रहे है तो गायक के क्षेत्र में सफलता मिलने के चांस अधिक होते हैं।
अभिनेता के क्षेत्र में
यदि आपकी जन्म कुंडली में बुध और शुक्र अनुकूल ग्रह बनकर आपके रोजगार वाले ग्रह से संबंध कर रहे हैं तो अभिनेता के क्षेत्र में सफलता के चांस अधिक होते है। यदि कुंडली में शुक्र की ऊर्जा का संतुलन होता है तो रोमांटिक रोलो में सफलता के चांस अधिक होते है। यदि शनि की ऊर्जा का संतुलन होता है तो विरह, वेदना और जुदाई के रोल में व्यक्ति की सफलता का चांस अधिक होता है। यदि गुरू की ऊर्जा का संतुलन होता है तो अध्यात्म रोल में सफलता के चांस अधिक होते है। चंद्र की ऊर्जा का संतुलन होता है तो भावुक रोल में सफलता के चांस होता है। और यदि बुध की ऊर्जा का संतुलन होता है तो वह सभी रोलों में सफल बन सकता है।
टीचिंग के क्षेत्र में
यदि आपकी कुंडली में चंद्र, बुध व गुरू अनुकूल ग्रह बनकर आपके रोजगार वाले ग्रह से संपर्क कर रहे हैं तो व्यक्ति टीचिंग के क्षेत्र में सफल होता है।
एडवोकेट के क्षेत्र में
यदि आपकी कुंडली में बुध एवं शनि अनुकूल ग्रह बनकर रोजगार वाले ग्रह से संपर्क करते है तो व्यक्ति एडवोकेट के क्षेत्र में सफल होता है। बुध वाणी का ग्रह है और शनि झूठ बोलने वाला ग्रह है जब वाणी के ग्रह पर शनि का प्रभाव होता है तो व्यक्ति सफल एडवोकेट बनता है। क्योंकि एडवोकेट को अपने क्लाइंट का केस जीतने के लिए झूठ का प्रयोग भी करना पड़ता है।
पत्रकारिता के क्षेत्र में
यदि आपकी जन्म कुंडली में सूर्य व बुध अनुकूल ग्रह होकर अपके रोजगार वाले ग्रह से संपर्क कर रहें है तो व्यक्ति इस क्षेत्र में सफल होता है। सूर्य कागज को निर्देशित करता है तथा बुध लिखावट को निर्देशित करता है क्योंकि बुध संदेश वाहक है।
सरकारी विभागों में उच्च पदों पर
यदि आपकी जन्म कुंडली में सूर्य व मंगल अनुकूल ग्रह होकर आपके रोजगार वाले ग्रह से संपर्क कर रहे हैं तो व्यक्ति सरकारी विभाग में उच्च पदो पर होता है। सूर्य प्रशासन को संचालित करने वाला ग्रह है और मंगल सरकारी विभाग को कंट्रोल करने वाला ग्रह है। इन दोनों से संबंधित आने वाले विभाग रेवेन्यू , पीडब्ल्यूडी ,सेल टैक्स ,इनकम टैक्स, एक्साइज और डिफेंस डिपार्टमेंट आदि हैं।
सफल बिजनेसमैन के क्षेत्र में
यदि आपकी जन्म कुंडली में बुध अनुकूल ग्रह होकर आपके रोजगार वाले ग्रह से संपर्क करता है तो व्यक्ति सफल बिजनेसमैन बनता है क्योंकि बुध व्यापार का ग्रह होता है। यदि कुंडली में सूर्य व्यापार का ग्रह बनता है तो व्यक्ति अनाज, आयुर्वेदिक दवाईयां, फर्नीचर, बोन्ड पेपर आदि में सफल होता है। यदि कुंडली में चंद्र व्यापार का ग्रह बनता है तो व्यक्ति पानी, होम्योपेथिक दवाईयां, डेयरी प्रोडक्ट, चश्मे का कारोबार आदि में सफल होता है। यदि आपकी कुंडली में मंगल व्यापार का ग्रह बनता है तो व्यक्ति होटल, रेस्टोरेन्ट, एलोपैथिक दवाईयां, केमिकल का बिजनेस आदि में सफल होता है। यदि आपकी कुंडली में बुध व्यापार का ग्रह बनता है तो व्यक्ति स्टेशनरी, कोरियर सर्विस, किराना स्टोर, नैचरोपैथी ट्रिटमेंट आदि में सफल होता है। यदि आपकी कुंडली में गुरू व्यापार का ग्रह होता है तो व्यक्ति फल-फ्रूट का बिजनेस, दालों का व्यापार, रेकीय ट्रिटमेंट, कास्मिक एनर्जी ट्रिटमेंट आदि में सफल होता है। यदि आपकी कुंडली में शुक्र व्यापार का ग्रह बनता है तो व्यक्ति इंटीरियर डेकोरेशन, कपड़े का व्यापार, फैशन डिजाइनिंग, साज-सज्जा की सामग्री आदि में सफल होता है। यदि आपकी कुंडली में शनि व्यापार का ग्रह बनता है तो व्यक्ति आईल, लोहा, बिल्डींग रो मटेरियल की सेलिंग, आदि में सफल होता है।