जाॅब के पहले दिन याद रखें ये बातें
युवाओं के मन में नौकरी को लेकर कई सपने होते है। कि उनका पहला जाॅब कैसा होगा। क्या वो उस जाॅब से संतुष्ट होंगे। या उस जाॅब में अपने करियर को नई उड़ान दे पायेंगे। दोस्तों पहली जॉब में अपना इंप्रेशन कैसे बनेगा, कैसे सहकर्मी होंगे, काम करने का ढंग कैसा होगा और इसी तरह की कई उलझनें सबके मन में होती है। । बात भी सही है। व्यवहार से लेकर आपके पहनावे तक का आपकी प्रोफेशनल लाइफ पर असर पड़ता है। पहली जॉब में आपकी पूरी पर्सनैलिटी को अच्छी तरह परखा जाता है, इसलिए खुद को कॉरपोरेट वर्ल्ड के लिए तैयार रखें। प्रोफेशनल शुरूआत को कैसे बनाएं इंप्रेसिव और स्मार्ट, आइए जानते हैं।
फस्र्ट इंप्रेशन लास्ट इंप्रेशन
अक्सर जाॅब के मामले में कहा जाता हैं कि फस्र्ट इंप्रेशन इज लास्ट इंप्रेशन। ये सही भी है। आपका पहला दिन का काम देखकर ही आपके बाॅस आपके आगामी वर्किंग स्टाइल का पता लगा लेते है। इसलिए आप को जो भी काम दिया जाता है। आप उस काम के प्रति पूर्ण समर्पित रहे। काम तय समय पर हो इसमें भी आपकी पूरी कोशिश रहना चाहिए। अगर आप अपने काम के प्रति ईमानदार तथा समर्पित है तो आपको आपके बाॅस के चहेते बनने से कोई नही रोक सकता।
टीमवर्क हो सबसे बेहतर
आप अपनी जाॅब में जो भी काम करें उसमें आपको हमेशा एक टीम के साथ ही काम करना होता है। तो जब आपकी पहली जाॅब हो तो याद रखे कि आपको एक टीम के साथ काम करना हैं। टीम के सदस्यों से मतभेद ना करें। उनकी काम को करने में सहायता लें। और बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करें। यदि आप अकेेले-अकेले काम करेंगे। तो आपकी टीम भी आपकों सर्पोट नही कर पायेगी। तो जितना हो सकें टीम के साथ तालमेल बिठा कर काम करें।
ऑफिस के माहौल में ढलें
जब आप जाॅब शुरू करते है, तो आप एक कर्मचारी बन जाते है। इसलिए आप अपनी स्टूडेंट लाइफ के तौर तरीकों से बाहर निकल आए। प्रोफेशनल लाइफ कॉलेज लाइफ से काफी अलग होती है, इस बात को समझने की कोशिश करें। कॉरपोरेट सेक्टर में एंट्री होते ही ऑफिस के माहौल में ढलने लगें, ताकि आपको काम और लोगों को समझने में मदद मिले। आपके बात करने के लहजे से लेकर आप दूसरे लोगों से कैसे पेश आते हैं, आपकी बॉडी लैंग्वेज कैसी है, आप कैसे कपड़े पहनते हैं, काम सीखने और करने में कितनी रुचि दिखाते हैं, आपके भीतर सॉफ्ट स्किल्स हैं या नहीं… इन तमाम बातों पर सबकी नजर रहती है। सबसे अहम होता है बॉस से डील करने का आपका तरीका।
काम में परफेक्शन लाना हो आपका मकसद
एक विद्यार्थी के रूप में आपको कई बार गलती सुधारने का मौका मिलता है लेकिन एक एम्प्लॉई के तौर पर आपको अपने काम को पूरे परफेक्शन और प्रोफेशनल तरीके से करना होता है, जहां पर थोड़ी-सी गलती भी बर्दाश्त नहीं की जाती। अगर आप ऐसा नहीं करते, तो मुश्किलें आ सकती हैं। यदि काम के शुरूआती दिनों में ही इन सारे पहलुओं पर अच्छी तरह विचार कर लेंगे, तो भविष्य में इससे आपको फायदा ही होगा।
अपना काम खुद करें
घर और कॉलेज में अभी तक आपको काम सिखाने के लिए कोई-न-कोई मौजूद रहा होगा। गलती करने के बाद भी कोई खास नुकसान नहीं हुआ होगा। ध्यान रखें, जॉब में आने के बाद अपने काम खुद करने और उनकी जिम्मेदारी खुद पर लेने की आदत डालें। यहां भूल-सुधार के लिए टीचर हमेशा सामने नहीं होते, न परिवार के लोग होते हैं। कई कंपनीज में शुरूआत के कुछ महीने ट्रेनिंग दी जाती है, मगर इसके बाद हर कार्य खुद करना होता है। इसलिए इस बात का हमेशा खयाल रखें कि अपना काम शुरू से ही अच्छी तरह निबटाना सीख लें।