…तो सस्ते हो जाएंगे इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स
वॉशिंगटन। शोधकर्ताओं का कहना है कि गेलियम नाइट्राइड (जीएएन) नामक पदार्थ इलेक्ट्रॉनिक्स की दुनिया का अगला सेमिकंडक्टर बन सकता है। यह मौजूदा समय में इस्तेमाल हो रहे सिलिकॉन से कहीं अधिक सस्ता और टिकाऊ रहेगा।
मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कैम्ब्रिज इलेक्ट्रॉनिक्स के अनुसार जीएएन ट्रांजिस्टर, पावर इलेक्ट्रॉनिक सर्किट वर्ष 2025 तक दुनियाभर के डाटा केंद्रों, इलेक्ट्रॉनिक कारों और अन्य उपभोक्ता वस्तुओं में 10 से 20 फीसदी बिजली की बचत कर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि यह सभी वस्तुएं अभी सिलिकॉन से बने ट्रांजिस्टरों से चलती हैं। उनमें बिजली को नियंत्रित करने के लिए उपकरणों को जरूरत के अनुसार खोलना व बंद करना पड़ता है। इस कारण ऊर्जा व्यर्थ होती है। जबकि जीएएन ट्रांजिस्टर में प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा होने के कारण बिजली की बचत होती है। हालांकि एक ओर जहां जीएएन ट्रांजिस्टरों में कुछ खूबियां हैं, वहीं इसमें कुछ कमियां भी हैं। जीएएन ट्रांजिस्टर मूल रूप से ‘ऑन’ रहते हैं जिससे इनमें करन्ट फ्लो हमेशा चलता रहता है। यह सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं है। यही कुछ कारण हैं जिनके चलते इनका बड़े पैमाने पर अभी तक निर्माण नहीं हो पाया है।