पटना हाईकोर्ट के फ़ैसले के खिलाफ बिहार में फिर लागू हुआ शराबबंदी कानून
एक बार फिर बिहार में शराबबंदी कानून लागू हो चुका है। बता दें कि महज दो दिन पहले ही पटना हाईकोर्ट ने बिहार सरकार को शराबबंदी कानून को गैरकानूनी घोषित करने का फ़ैसला दिया था। हाईकोर्ट के इस फ़ैसले के खिलाफ नीतिश ने केबिनेट मीटिंग बुलाई और तय किया कि वे हर हाल में इस नियम को राज्य में लागू करेंगे। नीतिश ने मीटिंग में सभी मंत्रियों से समर्थन मांगा है।
क्या इस नए कानून में ख़ास?
– बिहार प्रॉहिबिशन एंड प्रोडक्ट्स बिल-2016 (बिहार मद्यनिषेध व उत्पाद विधेयक-2016) के नाम से यह कानून लागू किया गया है। बता दें कि इस कानून को राज्यपाल का भी समर्थन मिल चुका है। इस नए कानून में अपराध गैरजमानती होगा। इसमें सजा बढ़ाकर 3 साल कर दी गई है। इस कानून के तहत यदि किसी घर में शराब मिलती है, तो घर के सभी वयस्क सदस्यों को सजा होगी। इतना ही नहीं इस कानून के अनुसार ज़रूरत पड़ने पर स्पेशल कोर्ट के गठन का भी प्रॉविजन किया गया है।
ये बोले नीतिश
– बिहार में शराबबंदी कानून लागू हो चुका है। इस मौके पर नीतिश ने कहा, अब लोग पहले की तरह शराब पर अपना पैसा बर्बाद नहीं कर रहे हैं बल्कि उस पैसे का अब बेहतर इस्तेमाल कर रहे है। लोगों की माली हालत पहले की तुलना में बेहतर हो रही है। नीतिश ने इस नए कानून को जनसमर्थक बताया। उन्होंने आगे कहा कि लोग भी चाहते है कि प्रदेश में यह कानून लागू रहे। इस कानून को गांधी जयंती पर लागू करने के सवाल पर नीतिश ने कहा कि इससे बेहतर और कोई और मौका हो ही नहीं हो सकता था। आगे कहा कि यह बिहार सरकार की ओर से बापू को श्रद्धांजली है। नीतिश यही नहीं रूके। उन्होंने आगे कहा कि वे पटना हाईकोर्ट के शराबबंदी कानून को रद्द किए जाने के फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती भी देंगे।
पासवान ने साधा नीतिश पर निशाना
– बिहार सरकार के इस फ़ैसले पर केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने नीतिश की जमकर आलोचना की है। पटना में एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पासवान ने कहा कि एऩडीए भी शराबबंदी के पक्ष में है लेकिन शराबबंदी के नाम पर गरीब और सेना के जवान को जेल में क्यों बंद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी नहीं हो रहा है बल्कि शराबबंदी के नाम पर बिहार में पब्लिक की नाकेबंदी हो रही है। पासवान ने नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए कहा कि शराबबंदी के नाम पर नीतीश कुमार गांधी जी बनने चले हैं। वहीं दूसरी ओर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने नीतिश के फ़ैसले का समर्थन किया हैं। हजारे ने एक न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि वे नीतिश के इस फ़ैसले का स्वागत करते है।