लाइफस्टाइल में आते बदलाव ने हमारी इटिंग हैबिट्स को भी बदल दिया है। व्यस्तता के कारण , ईटिंग हैबिट्स में काफी चेंज आया है। इन सबमें पैक्ड फूड व रेडी टू ईट फूड हमारी लाइफस्टाइल का ही एक हिस्सा बन गया है। हैक्टिक शूड््यूल के चलते पैक्ड फूड का होना थोड़ी सी राहत जरूर देता है, लेकिन ये हमारी हेल्थ के लिए कितना सेहतमंद और कितना नुकसानदायक है कोई नहीं जानता। डाइट एक्सपर्ट कहते हैं कि हर चीज के नुकसान व फायदे दोनों हैं। यही बात पैक्ड फूड के साथ है। थोड़ी सी थकान या बिजीनेस होने पर लोग पैक्ड फूड प्रिफर करते हैं। यहां तक के बच्चों के टिफिन में भी इनका दायरा बढ़ता जा रहा है। इस फूड ने जिन्दगी को आसान तो बनाया है, लेकिन इससे काफी हद तक हमारी खाने की आदतें बिगाड़ दी हैं। कभी लोग इस ऑप्शनल फूड पर ज्यादा डिपेंड हो जाते हैं, ऐसा करना सेहत के लिए नुकसानदायक है।
नुकसानदायक है पैक्ड फूड-
न्यूट्रीशनिस्ट ज्योत्सना श्रीवास्तव कहती हैं किबहुत ज्यादा कैमिकल यूज होने की वजह से ऐसे फूड हेल्थ के लिए अच्छे नहीं होते। कई तरह के पैक्ड फूड जैसे सब्जियां और सूप में सोडियम की क्वांटिटी बहुत ज्यादा होती है। फ्रै श न होने के कारण ऐसे फूड में पोषक तत्वों की कमी होती है। पैक्ड फूड में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भी ज्यादा होती है।
अच्छा भी है पैक्ड फूड-
पैक्ड फूड अच्छा भी है। क्योंकि ये सरल और जल्दी यूज कने वाला होता है। कई बार इस तरह के पैक्ड फूड को अच्छी तरह से पकाया जाता है, जिससे खाने की क्वालिटी वैसी ही बनी रहती है। फ्रोजन फूड जैसे कि फल और सब्जियां फ्रेश फ्रूट्स और वेजीटेबल जैसी ही क्वालिटी लिए रहती हैं। इनकी फ्रेशनेस में कोई खास अंतर नहीं होता। रेडी टू ईट फूड को तैयार करने में टाइम कम लगता है, लेकिन इनमें कई बार फाइबर और विटामिन ज्यादा क्वांटिटी में होता है।
लेबल पर दें ध्यान-
पैक्ड फूड को खरीदते समय कुछ बातों का हमेशा ध्यान रखें। जिनमें ट्रांसफैट हो वो पैक्ड फूड लेने से बचना चाहिए। ऐसे पैक्ड फूड पर ज्यादा ध्यान दें जिनमें नमक बिल्कुल न हो। ऐसे पैक्ड फूड हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर किसी भी इंग्रीडिएंट्स में शुगर, हाई फ्रक्टोज कॉर्न सीरप और नमक मौजूद हो तो इनका यूज कम करें। पैक्ड फूड खाने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन इन्हें खाने और खरीदने से पहले न्यूट्रिशियस फैक्ट्स और इंग्रीडिएंट्स को जरूर चैक करें।
हेल्थ के लिए बेस्ट पैक्ड फूड-
– नॉन- फैट मिल्क
– फ्रोजन फ्रूट्स और वेजीटेबल्स जिनमें शुगर सीरप और सॉस न हो।
– भुने हुए नट्स और सीड्स
– फ्रोजन सी फूड
– ड्राई फ्रूट्स ओट मील और आटा ब्रेड
– सीरियल्स और म्यूजली।
ज्यादा नमक वाले।
– रेडी टू ईट
– हाई-कैलोरी फूड- जैसे चिप्स और कैंडी
– पैक्ड केक और कुकीज