ये है प्रहलाद का गांव, यहां 24 को धधकती आग से निकलेगा पंडा-
जिले में प्रहलाद का गांव माने जाने वाले फालैन गांव में उनके कथित रूप में अग्निपरीक्षा देने वाला ब्राह्मण समाज का पंडा गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी धूल के दिन तड़के चार बजे जलाई जाने वाली होली की धधकती आग से गुजरेगा। इससे पहले गांव में इस बात पर बहस चल रही थी कि चर अग्न आम होलिका दहन के दिन 23 मार्च को शाम को ही रहेगी। इसलिए उसी समय पर प्रहलाद के रूप में होलिक के बीच से होकर निकलने की परंपरा का दायित्व करने वाला पंडा 23 मार्च को ही होली की प्रचंड अग्नि से होकर गुजरेगा। या फिर 24 मार्च को तड़के जलाई जाने वाली होली के दौरान वह ऐसा करेगा।
आग से बाल भी बांका नहीं होता-
पुरोहित भगवत सहाय ने बताया कि पौराणिक मान्यताओं के आधार पर फालैन को प्रहलाद का गांव माना जाता है। ऐसी धारणा है कि प्रहलाद का गांव होने की वजह से फालैन के ब्राह्मण समाज का पंडा उन्हीं के समान होलिका की आग में से निकलने का चमत्कार कर पाता है और उसका एक बाल भी बाका नहीं होता।
धधकती आग से निकलेेंगे होतीलाल पंडा-
उन्होंने बताया कि इस बार यह परंपरा निभाने की जिममेदारी होतीलाल पंडा निभा रहे हैं। जो पौष पूर्णिमा के दिन से ही गृहस्थ जीवन का परित्याग कर ब्रह्मचारी जीवन बिता रहे हैं। होतीलाल पंडा पिछले साल भी धधकती आग से गुजरे थे।
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