मुंबई के हीरा व्यापारी संजीव मेहता इन दिनों सुर्खियां बटोर रहे हैं। इन्होंने 100 सालों तक भारत पर राज करने वाली कंपनी ईस्ट इंडिया को खरीद लिया है। सिर्फ संजीव मेहता ही नहीं बिजनेस के ऐसे और भी दिग्गज हैं जिन्होंने विदेशी कंपनियों का अधिग्रहण किया है। तो आइए जानते हैं ऐसे ही दिग्गजों के बारे में…
- संजीव मेहता – मुंबई के हीरा व्यापारी संजीव ने हाल ही में ब्रिटिश कंपनी ’ईस्ट इंडिया’ को 15 मिलियन डॉलर में खरीदा है। संजीव ने इस कंपनी के 40 स्टेक होल्डर्स को खरीदा है। यह डील 2010 में फाइनल हो चुकी थी।
- रतन टाटा – टाटा ग्रुप के चैयरमेन रतन टाटा ने 2006 में ब्रिटेन की कंपनी ’कोरस’ का 12.98 बिलियन डॉलर में अधिग्रहण किया था। इसके अलावा टाटा की पावर यूनिट ’टाटा पावर’ ने इंडोनेशिया बेस्ड कोल मेनुफैक्चरिंग फर्म ’पीटी अरुत्मीन इंडोनेशिया’ को 47.7 बिलियन डॉलर में खरीदा था। वहीं 2006 में टाटा मोटर्स लिमिटेड ने ब्रिटेन की ’जेगुआर कार्स एंड लैंड रोवर’ को 2.3 बिलियन डॉलर में खरीदा था।
- सुनील भारती मित्तल – भारती एयरटेल के सीईओ सुनील मित्तल ने 2010 में केन्या की मोबाइल एंड डाटा सर्विस ऑपरेटर कंपनी ’जै़न अफ्रीका’ को 10.7 बिलियन डॉलर में खरीदा था।
- कुमार मंगलम बिरला – हिंडालको इंडस्ट्रीज के चैयरमेन कुमार मंगलम बिरला ने कनाडा की एल्युमिनियम कंपनी ’नोवेलिस’ को 2007 में 5.73 बिलियन डॉलर में खरीद लिया था।
- तुलसी तांती – सुजलॉन ग्रुप के चैयरमेन और मैनेजिंग डायरेक्टर तुलसी तांती ने चाइना की ’होनिटो एनर्जी होल्डिंग’ के मेजोरिटी स्टेक 2010 में 2 बिलियन डॉलर में खरीदे थे।
- गौतम अडानी – अडानी इंटरप्राइजेस के चैयरमेन गौतम अडानी ने 2011 में ऑस्ट्रेलिया के पोर्ट टर्मिनल को 1.97 बिलियन डॉलर में खरीदा था।
- रवि रूइया – एसर ग्लोबल के वाइस चैयरमेन रवि रूइया ने 2007 में कनाडा की कंपनी ’अल्गोमा स्टील’ को 1.79 बिलियन डॉलर में खरीदा था। इसी साल इन्होंने 1.65 बिलियन डॉलर में यूएस की कंपनी ’मिनेसोता’ को भी खरीदा था।
- मुकेश अंबानी – रिलायंस इंडस्ट्रीज के चैयरमेन मुकेश अंबानी ने 2010 में यूएस की कंपनी ’ऑइल एंड गैस असेट्स’ की मार्सेलुस यूनिट को खरीद लिया था। इसके कुछ महीने बाद इसी साल इन्होंने ’ऑइल एंड गैस असेट्स’ के ’ईगल फोर्ड गैस फील्ड’ को भी खरीद लिया था।
- ओएनसीजी – भारत सरकार की कंपनी ’ओएनसीजी’ ऑइल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन ने 2012 में कजाकिस्तान की ऑइल कंपनी ’ऑइल एंड गैस असेट्स’ का 2.62 बिलियन डॉलर में अधिग्रहण किया था। इससे पहले ये कंपनी ’ऑइल एंड गैस असेट्स’ की ब्राजील यूनिट को खरीद चुकी थी। इसके अलावा ओएनसीजी ने ब्रिटेन की ऑइल कंपनी ’इंपीरियल एनर्जी कॉर्पोरेशन’ को 2008 में खरीदा था।