शुक्रवार राज्य सभा में किन्नरों से जुड़े निजी बिल को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया है। यह बिल किन्नर समुदाय के सदस्यों के लिए एक राप्ट्रीय आयोग और एक राज्य स्तरीय आयोग बनाने की परिकल्पना करता है।
2014 उभयलिंगी व्यक्तियों के अधिकार बिल को पेश करते हुए तिरूची शिवा ने कहा, ’हमने सुना है कि मानवाधिकार सबके लिए है, फिर कुछ लोग नजरअंदाज क्यों किए जाते हैं?
आगे शिवा ने कहा , ’हम सबके पास मानवाधिकार है, चाहे हमारा लिंग या पहचान कुछ भी हो। वह कानून एक-समान समाज का निर्माण करेगा, क्योंकि यह उभयलिंगी लोगों को पहचान देता है और साथ ही सुरक्षा भी करता है।
बिल पास होने के बाद उपसभापति पी.जे.कुरियन ने घोषणा की, ’यह सदन का सर्वसम्मति से फैसला है। ऐसा शायद ही होता है।