भारत के घरों में एल्यूमिनियम के बर्तनों का इस्तेमाल आम बात है, लेकिन एल्यूमिनियम के बर्तनों में खाना पकाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। जब इन बर्तनों में खाना पकाया जाता है तो यह एल्यूमिनियम को अवशोषित करता है और कुकिंग के दौरान यह एल्यूमिनियम खाने में मिल जाता है। यह एल्यूमिनियम रक्त के साथ मिलकर शरीर के अंगों में पहुंचता है जिससे अनेक स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा होती हैं। एल्यूमिनियम के बर्तनों का स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होने का कारण है इनमें आयोन्स के तत्वों की मौजूदगी।
ये आयोन्स दिमाग के लिए नुकसानकारी हैं और लगातार इनकी मात्रा शरीर में जाने से अल्जाइमर रोग होता है। एल्यूमिनियम किडनी के रोगियों के लिए सही नहीं है खास तौर पर जो लोग डायलेसिस पर हैं उनके लिए। इसलिए बेहतर होगा यदि आप इन एल्यूमिनियम के बर्तनों में खाना ना पकाएं।
इससे अच्छा है कि आप स्टेनलेस स्टील के बर्तनों का इस्तेमाल करें जो स्वास्थ्य पर बुरा असर नहीं डालते हैं। आइये देखते हैं की एल्यूमिनियम के बर्तन किस तरह आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं…
स्वास्थ्य के लिये क्यूं हैं खतरनाक एल्यूमिनियम के बर्तन
- याददाश्त कम होना ऐसा कहा जाता है कि इन बर्तनों में मौजूद आयोन्स कूकिंग के दौरान खाने में मिल जाते हैं। ये छोटे आयोन्स के तत्व याददाश्त को कमजोर बनाते हैं।
- ऑस्टियोपोरोसिस एल्यूमिनियम हड्डियों के विकास को कम कर देता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। यही कारण है कि युवा महिलाओं की हड्डियाँ सामान्य की तुलना में कमजोर होती हैं।
- पागलपन एल्यूमिनयम के बर्तन नुकसानकारी हैं क्यों कि ये दिमाग पर बुरा असर डालते हैं। लगातार इन बर्तनों के इस्तेमाल से दिमाग से संबन्धित बीमारियाँ हो सकती हैं और याददाश्त भी कमजोर पड़ती है।
- अल्जाइमर का सबसे बड़ा कारण एल्यूमिनयम के बर्तनों से नर्वस सिस्टम यानि तंत्रिका तंत्र पर गलत प्रभाव पड़ता है। यह अल्जाइमर का सबसे बड़ा कारण है। इस तरह की बीमारियों से बचने के लिए जितना हो सके इस तरह के बर्तनों का इस्तेमाल ना करें।