15 अगस्त के मौके पर लोग क्या कुछ नहीं करते। कोई तीन रंग के कपड़े पहनता है तो कोई अपने हाथ में तिरंगा बैंड बांधंता है, तो कोई अपने सिर पर तिरंगा साफा बांधता हैं। देशभक्ति दिखाने के सभी के अपने-अपने फंडे हैं। अक्सर हम सभी को दिखाना चाहते हैं कि हम किस तरह स्वतंत्रता दिवस को सेलिब्रेट करते हैं लेकिन उसके बारे में ज़्यादा जानते नहीं है। यूं ही तिरंगे को एक दिन फहराकर कचरे में फेंक देते हैं लेकिन ये नहीं जानते कि बाद में उसका क्या करना है। इसी तरह की कुछ महत्वूपर्ण जानकारियां हम आपको इस पेज पर दी गई स्टोरीज़ में देंगे। ये स्टोरीज़ ऐसी हैं जिन्हें आप खूब शेयर कर सकते हैं। इनमें स्वतंत्रता दिवस से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां हैं जो एक भारतीय होने के नाते आपका जानना जरूरी है।
1. जब आज़ादी के बाद पहली बार लहराया था ‘पाकिस्तान में तिरंगा’
1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध को कौन भूल सकता है। यह बात तो जग जाहिर है कि भारतीय सैनिकों ने बहादुरी से लड़ते हुए पाकिस्तानी सेना को धूल चटा दी थी मगर पाकिस्तान की दास्तां कुछ और ही कहती है। उनके अनुसान यह जंग उन्होंने जीती। दोनों ही देश हर साल इस जीत का जश्न मनाते हैं।…..स्टोरी पूरी पढने के लिए क्लिक करें.
2. शहीद ने झेली यातनाएं अब मां-बाप लड़ रहे सम्मान की लड़ाई
एक तरफ जहां लोग बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, आर्मी के जवानों के बारें में कुछ भी कहते फिरते हैं, वहीं दूसरी ओर कारगिल के इस जवान की शहादत को देखकर शायद आपको यकीन हो जाए कि देश के लिए शहीद होना कितनी बड़ी कुर्बानी है। ये हम तो नहीं जान सकते कि देश के लिए कुर्बान होने वाले उस जवान के माँ-बाप पर क्या बीतती होगी।…..स्टोरी पूरी पढने के लिए क्लिक करें.
3. देखिए 15 अगस्त 1947 की रात की तस्वीरें जिसके हम गवाह नहीं बन सके
15 अगस्त 1947 ऐसी रात थी, कि जब लोग सोए तो गुलामी के देश में थे, और जब सुबह जागे तो वो उनकी आजादी की सुबह थी। दरअसल, जिस रात को भारत की आजादी की घोषणा होनी थी, उसी रात को पाकिस्तान में आजादी का जश्र शुरू हुआ था। आजादी की इस सुबह की कीमत बहुत ज्यादा थी और इसका अंदाजा अपने देश के लिए कुर्बानी देने वाले लोगों को पता था। महात्मा गांधी ने इस कीमत को समझते हुए आजादी के जश्न तक से इंकार कर दिया था। इतना ही नहीं उन्होंने चौबीस घंटे का उपवास रखकर देशवासियों को ये संदेश देने की कोशिश की थी कि आजादी की असल सुबह अभी बाकी है। लेकिन इन सब परिस्थितियों के बीच आज हम आपको आजादी की रात की उन तस्वीरों से रूबरू कराएंगे जो हम नहीं देख सके।… तस्वीरें देखने के लिए क्लिक करें.
4. जंग तो याद है, कौन थे हीरो, कैसे लड़े, पढ़ें पूरी कहानी
युद्ध कभी अच्छे नहीं होते। युद्ध कभी खुशियाँ नहीं देते। खुशियाँ देती हैं कहानियाँ पर जंगों की कहानियाँ एक और चीज देती हैं वो है ‘गर्व’। अपने देश पर गर्व, अपने हीरोज़ पर गर्व। पढ़ें उन्हीं हीरो की कहानियाँ…स्टोरी पूरी पढने के लिए क्लिक करें.
5. आप भी नहीं जानते होंगे उन्हें, जिन्होंने बनाया हमारे भारत का तिरंगा
हम अपने तिरंगे का बहुत सममान करते हैं। इसी तिरंगे के नीचे हमने आजादी पाई। लेकिन कया आप जानते हैं कि जिस तिरंगे से आप इतना प्यार करते हैं, वो आखिर किसकी कल्पना थी, इसे बनाया किसने था। नहीं ना। बहुत ही कम लोग ऐसे हैं, जो इस व्यक्ति को जानते हैं। तो आइए हम आपको बताते हैं इनके बारे में। जिनका नाम है पिंघली वेंकैया। जी हां, ये वहीं हैं, जिन्होंने हमारे भारत का झंडा तैयार किया था। जानिए पिंघली वेंकैया और तिरंगे से जुड़े कुछ रोचक तथ्य।… स्टोरी पढने के लिए क्लिक करें.
6. 15 अगस्त पर फेंककर न करें तिरंगे का अपमान, ऐसे करें निस्तारण
15 अगस्त या 26 जनवरी के दिन के बाद तो सभी अपने हाथ में, ड्रेस पर तिरंगे को लगाते हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि दूसरे ही दिन हमारा तिरंगा जमीन पर, किसी कूड़े करकट में या फिर सड़क पर हमारे पैरों में आता है। बहुत कम लोग ही ऐसे होते है जो इन तिरंगो को उठाने की जहमत करते है। यदि आपके साथ भी कभी ऐसा वाक्या हुआ है तो आपको ये जानने की जरूरत है कि कटे-फटे तिरंगे का समापन न करने से आप अपने ही तिरंगे का अपमान कर रहें है।… यहाँ पढ़े पूरी जानकारी, क्लिक करें.
7. इस तरह फहराए तिरंगा नहीं तो हो सकती है तीन साल की कैद
15 अगस्त यानी की वो दिन जिसे पूरा देश आजादी के जश्न के तौर पर मनाता है। 15 अगस्त और 26 जनवरी हमारे देश में दो ऐसे दिन है जब अनिवार्य रूप से तिरंगे को फहराया जाता है। एक भारतीय होने के नाते हमें पता होना चाहिए कि तिरंगे को फहराते समय किन-किन बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए। …… Click Here
8. भूल से भी न हो हमारे तिरंगे का अपमान, इसलिए रखें इन बातों का ध्यान
इस साल देश आजादी की 70 वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है। आजादी के इस जश्र को हम तिरंगा फहराकर मनाते हैं। राष्ट्रगान गाकर अपनी स्वाधीनता को याद करते हैं। ऐसे में अगर आप भी 15 अगस्त के दिन तिरंगा फहराते हैं, तो आपको ये जरूर ध्यान रखना चाहिए कि आपके तिरंगे का किसी भी तरह अपमान न हो।…. Click Here.
9. 17 अगस्तः बंटवारे की रेखा रेडक्लिफ और जीवनभर के ज़ख्म
15 अगस्त 1947 की वो रात जब देश आज़ाद हुआ था और दो भागों में बंट गया था। भारत अब दो नामों से पहचाना जाने लगा, भारत और पाकिस्तान। इस बंटवारे की कीमत एक देश ने नहीं बल्कि वहां रह रहे लाखों लोगों ने चुकाई थी। ये बंटवारा दो कौमों के नाम पर हुआ था, हिंदू और मुसलमान। इस बंटवारे के बाद बहुत से ‘हिंदू’ पाकिस्तान से भारत आ गए और बहुत से ‘मुसलमान’ भारत से पाकिस्तान चले गए।… Click Here.
10. राजनीति के मैदान से कारगिल की जंग तक, बोफोर्स ने ऐसे बरसाया कहर
हम आज तक अखबारों में न्यूज चैनल पर बोफोर्स घोटालें को लेकर काफी खबरें सुनते और पढ़ते आएं हैं। इस घोटाले ने पूरे देश की राजनीति को बदल कर रख दिया था। तात्कालीन पीएम राजीव गांधी और महानायक अमिताभ बच्चन का नाम इस घोटाले में आया था। हम यहां पर आपको बोफोर्स घोटाले के बारे में नही बताने जा रहे हैं। हम बताने जा रहे हैं बोफोर्स घोटाले में खरीदी गई तोप के बारे में। इस तोप ने दो देशों की राजनीति को हिला कर रख दिया था। आइए जानते है ऐसा क्या था इस तोप में जो इसने इतना हंगामा किया।..Click Here.