जलती आग से हो रहा इस बच्चे का मोटापा दूर
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दुनिया में हर व्यक्ति की अपनी परेशानी होती है। किसी को पैसे की परेशानी है तो किसी को प्यार की, किसी को वजन कम होने की परेशानी है तो किसी को ज़्यादा होने की। अब इस बच्चे को ही देखिए कितना मोटा हो गया है। मोटा होना कोई गुनाह नहीं लेकिन अगर कोई व्यक्ति इतना मोटा हो जाए कि उससे उसका वज़न ही ना संभले तो फिर क्या कर सकते है।
एक दुबला-पतला इंसान हमेशा यही चाहता है कि उसका वजन बढ़ जाए और जब वजन बढ़ जाता है तो सोचता है कि मैं पहले ही अच्छा था। लेकिन इस बच्चे की उम्र तो ग्यारह साल ही है और इसका वजन इतना बढ़ गया है कि ये खुद भी इसे संभाल नहीं पा रहा है। चीन में रहने वाले इस बच्चे का वजन 23 भारी पत्थरों के बराबर है।
इस बच्चे का चीन के झिलिंग प्रांत के चांगचुंग शहर में इलाज चल रहा हैं। फोटो में देखकर ही आपको इस बच्चे की हालत का अंदाज़ा हो गया होगा। इस बच्चे को यहां अलग-अलग तरह का ट्रीटमेंट दिया जा रहा है जिसमें पारंपरिक चीनी चिकित्सा शामिल हैं। इस बच्चे को यहां फायर कपिंग, फायर थेरेपी, एक्यूपंक्चर विधी द्वारा दुबला किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक इस बच्चे का नाम ली हांग है। ली इस समय प्रेडर विली सिंड्रोम से जूझ रहा है। ये मोटापे की एक दुर्लभ अवस्था है जिसमें शरीर के विकास और सीखने की क्षमता प्रभावित होती है। जानकारी के मुताबिक ली का वज़न तीन साल की उम्र से बढ़ रहा है। जब वह चार साल का हुआ तो उसका वज़न 6.7 स्टोन था जो उसकी उम्र के बच्चों से ढाई गुना ज़्यादा था।
फोटो में ली के लिए फायर थैरेपी का उपयोग किया जा रहा हैं। जिसमें उसका इलाज जलती हुई आग से किया जा रहा है। आपको बता दें कि इसका प्रयोग चाइना में वजन और सूजन को घटाने के लिए किया जाता हैं। वहीं फायर कपिंग थैरेपी का प्रयोग एक्यूपंक्चर के दौरान होने वाले मांसपेशियों के दर्द से राहत और ब्लड सर्कुलेशन के लिए किया जाता है।
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