12 साल की उम्र में लड़का बना पिता, पढ़ें पूरा मामला
पहले एक जमाना हुआ करता था जब बाल विवाह हुआ करता था। शादी ब्याह के लिए लड़की पांच-छः साल की उम्र में देखना शुरू कर दिया जाता था और दस बारह साल की उम्र तक शादी कर दी जाती थी। बच्चे भी पहले कम उम्र में ही हो जाया करते थे लेकिन बाद में इस प्रथा का काफी विरोध किया गया और अब इसे पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
सरकार ने बाल विवाह को अब पूरी तरह बंद कर दिया है लेकिन चोरी-छिपे कहीं न कहीं बाल विवाह हो ही जाते हैं और यही वजह होती है कि कम उम्र में में ये माता-पिता भी बन जाते है लेकिन हाल ही में एक 12 साल के लड़के का पिता बनने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इसने 16 साल की उम्र की लड़की के साथ संबंध बनाए थे।
केरल में 12 साल के लड़के के पिता बनने का मामला सामने आया है। घटना पिछले साल की है, लेकिन जेनेटिक प्रोफाइल के जरिए अब ये कन्फर्म हो गया है कि आरोपी लड़के ने 16 साल की लड़की से संबंध बनाए थे। आरोपी लड़के पर पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
जेनेटिक प्रोफाइल के जरिए जुटाए सबूत
अंग्रेजी अखबार ‘द हिंदू’ के मुताबिक, लड़की ने पिछले साल नवंबर में एर्नाकुलम के एक हॉस्पिटल में बच्ची को जन्म दिया। प्रोटेक्टशन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्शुअल ऑफेंस एक्ट के तहत इस मामले में पेरेंट्स की पहचान पब्लिक नहीं की गई है। हालांकि, आरोपी के खिलाफ इसी एक्ट के तहत केस दर्ज जरूर कर लिया गया। जेनेटिक प्रोफाइलिंग के जरिए इस बात के सबूत जुटा लिए गए हैं कि आरोपी लड़का ही बच्ची का पिता है। इस टेस्ट के रिजल्ट्स इसी हफ्ते आए हैं।
ख़ास मेडिकल कंडीशन से बना पिता
तिरुअनंतपुरम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में डिपार्टमेंट ऑफ एन्डोक्रोनोलॉजी के एचओडी डॉक्टर पीके. जब्बार ने इस मामले पर कहा- “लड़का एक खास मेडिकल कंडीशन की वजह से पिता बना। मेडिकल टर्मिनोलॉजी में इसे ‘प्रिकॉसियस प्युबर्टी’ यानी वक्त के पहले सेक्शुअली एक्टिव होना माना जाता है।“ आमतौर पर लड़कियों में प्यूबर्टी 10 से 14 साल, जबकि लड़कों में 12 से 16 साल के बीच होती है। इस दौरान उनमें फिजिकल चेंज आते हैं। कुछ मामलों में ये प्यूबर्टी वक्त से पहले हो जाती है, और इसे ही मेडिकल साइंस में ‘प्रिकॉसियस प्यूबर्टी’ कहा जाता है।
डॉ. जब्बार के मुताबिक, मेडिकल साइंस में इसे बहुत हैरानी या अलग मामले के तौर पर नहीं देखा जाता क्योंकि ‘प्रिकॉसियस प्यूबर्टी’ के कई केस सामने आते हैं। हालांकि, वो ये भी मानते हैं कि उनके करियर में 12 साल के लड़के के पिता बनने का यह पहला मामला ही सामने आया है। डॉक्टर ने बताया कि जन्म लेने वाली बच्ची और उसके पिता के ब्लड सैम्पल तब लिए गए थे, जब बच्ची 18 दिन की थी। इसके बाद डीएनए टेस्ट किया गया और इसे साफ हो गया कि आरोपी लड़का ही बच्ची का पिता है।
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