दुनिया की करीब 20% आबादी वर्ष 2100 तक जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्र के स्तर में वृद्धि की वजह से शरणार्थी बन जाएगी। इससे संबंधित अध्ययन करने वाले अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार तटीय-क्षैत्रों में रहने वालों को विस्थापन और पुनर्वास संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
वर्ष 2100 तक दुनिया की आबादी होगी 1 अरब
अमेरिका के कॉरनेल यूनिवर्सिटी के प्रो. चार्ल्स गिस्लर ने बताया कि जल्द ही कम भूमि पर ज्यादा लोग होंगे और हमारे पूर्वानुमान से पहले। गिस्लर ने आगे कहा कि भविष्य में वैश्विक माध्य समुद्री स्तर में धीरे-धीरे वृद्धि नहीं होगी। हमारे नीति निर्माता अन्य शरणाथर्यिों की तरह जलवायु परिवर्तन के कारण उंचे स्थानों की तरफ विस्थापित होने वाले लोगों की समस्याओं पर गौर नहीं कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2050 तक दुनिया की आबादी के 9 अरब और वर्ष 2100 तक 11 अरब तक पहुंचने की संभावना है। इस अध्ययन का प्रकाशन लैंड यूज पॉलिसी जर्नल में किया गया है।