गणतंत्र दिवस परेड में बनेगा इतिहास, विदेशी सैनिक भी करेंगे मार्च पास्ट
नई दिल्ली। इस बार देश में मनाये जाने वाले गणतंत्र दिवस की परेड के इतिहास में पहली बार विदेशी सेना की एक टुकड़ी भी हिस्सा लेगी। यह पहली बार होगा कि कोई विदेशी सेना हमारे गणतंत्र दिवस की परेड में हमारी सेना के साथ कदमताल करती नजर आएगी। इस बार फ्रांस के राष्ट्रपति हमारे देश मनाये जाने वाले गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।
भारतीय इतिहास में पहली बार
रक्षा सूत्रों से मिली खबर के अनुसार उन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि यह भारतीय इतिहास में पहली बार होगा कि कोई विदेशी सेना भारतीय सेना के साथ कदमों से कदम मिलाकर मार्च पास्ट करती नजर आएगी। इसकी तैयारी के लिए फ्रांस की सेना की एक टुकड़ी भारत आ भी चुकी है। मेजर जनरल अफसीर करीम ’सेवानिवृत्त’ ने कहा कि यह कदम थोड़ा असामान्य सा है क्योंकि आमतौर पर यह परेड अपने देश की क्षमताओं के प्रदर्शन के लिए होती है। लेकिन परस्पर सैन्य सहयोग बढ़ाने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के लिए यह कदम उठाया गया हो सकता है। फ्रांस से राफेल विमान भी खरीदे जाने हैं, जिसके लिए उच्च स्तरीय दल भी भारत आ रहा है। ऐसे में मोदी सरकार का यह कदम महत्वपूर्ण है।
दोनों सेनाओं के बीच चल रहा है अभ्यास
आपको बता दें कि भारत एवं फ्रांस के बीच राजस्थान के बीकानेर में सैन्य प्रशिक्षण अभियान शक्ति 2016 शुक्रवार को शुरू हो चुका है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम अगले आठ दिनों तक चलेगा। फ्रांस सेना के 56 जवानों की जो टुकड़ी इसमें भाग ले रही है, वही गणतंत्र दिवस समारोह में भी शामिल होगी। इस सेना का नेतृत्व मेजर थिबौत डि लाकोस्ते कर रहे हैं। महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में चल रहा यह अभ्यास आतंकवाद से निपटने के तौर-तरीकों पर शामिल है। जिसमें दोनों देशों की सेनाएं अपने-अपने अनुभवों को साझा करती हैं। भारत और फ्रांस की सेनाओं के बीच यह इस किस्म का तीसरा अभ्यास है।
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