कैंसर के लिए चार टेस्ट किए जाएंगे अनिवार्य, महिलाएं हो सकेंगी अवेयर
कहा जाता है कि शर्म महिलाओं का गहना होता है लेकिन शर्म के चलते ही महिलाएं कुछ ऐसी चीज़ें भी अपनों से छिपा लेती है जो उनकी जान ले सकते हैं। ये कुछ बीमारियां या कुछ ऐसी घातक बीमारियां होती है जो धीरे-धीरे उनकी जान ले लेती है। कैंसर भी इन्हीं बीमारियों में से एक है जिसकी चपेट में महिलाएं कब चली जाती है पता ही नहीं चलता।
महिलाएं अक्सर सर्वाइकल कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर से परेशान होती है लेकिन वे इसे लेकर ज़्यादा किसी से खुलकर बात नहीं कर पाती। लेकिन अब कैंसर पर महिलाओं को काफी जागरूक किया जा रहा है। इसे लेकर कई तरह के अभियान भी चलाए जा रहे हैं। बड़े-बड़े सिलेब्रिटी भी इन अभियानों में हिस्सा ले रहे हैं।
महिलाओं में फैल रहे कैंसर को रोकने के लिए भारत में अभी और जागरूकता की जरूरत है। हाल ही में केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने आज कहा कि महिलाओं के लिए कैंसर की चार अनिवार्य जांच करने की सिफारिश की गयी है। श्रीमती गांधी ने आज यहां एक कार्यक्रम में कहा कि कैंसर की जांच के लिए महिलाओं के लिए कार्ड बनाने की सिफारिश की गयी है जिसमें स्तन, गर्भाशय, क्षयरोग और रक्त की जांच शामिल होगी। उन्होंने कहा कि अगर समय से कैंसर की जांच हो जाए तो इस पर काबू पाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि स्तन कैंसर का जल्दी पता लगाने के लिए एक फिल्म बनाई जा रही है। इससे स्तन जांच की शीघ, जांच करने में मदद मिलेगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकडों के अनुसार स्तन कैंसर विकसित होने के बाद विकासशील देशों में जीवित रहने की दर 60 प्रतिशत तक है जबकि विकसित देशों में यह दर 90 प्रतिशत तक है।
कैंसर के तेजी से फैलने की वजह
कैंसर के तेजी से फैलने की वजह असल में कैंसर के तेजी से फैलने की वजह एक्सपर्ट भी हमारी दैनिक जीवनशैली में आये बदलाव को मानते है। मुख्यत तम्बाकू के सेवन, शराब का सेवन अधिक वसा और मांसाहारी भोजन इसकी मुख्य वजह है जबकि कुछ लोग कहते है कि नॉनवेज खाने से अगर कैंसर होता तो बहुत सारे लोग कैंसर से पीड़ित होते विदेशो में इसकी तादाद और भी अधिक होगी तो आपको बता दें कि विकसित देशों में लोग खाने के हाईजेनिक होने पर बहुत ध्यान देते है और नॉनवेज पर तो उस से भी अधिक जबकि हमारे यंहा आमतौर पर ऐसा नहीं होता है। इसलिए संभव हो तो मांसाहार से बचे।
कैंसर से बचने के उपाय
नियमित तौर पर शारीरिक व्यायाम करें प्रतिदिन व्यायाम करने से आप वास्तव में ब्रेस्ट कैंसर से बच सकते हैं। इसके अलावा घर के काम करना भी एक अच्छा उपाय है। शारीरिक गतिविधि करने से शरीर की चर्बी कम होती है जिसके कारण एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन हार्मोंस स्त्रावित होते हैं। फैट कोशिकाएं ही कैंसर संबंधी ट्यूमर या गाँठ बढ़ने के लिए ज़िम्मेदार होती हैं।
शराब का सेवन न करें कुछ अध्ययनों से पता चला है कि शराब का सेवन करने से भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। अतः इसका सीमित मात्रा में सेवन करें या संभव हो तो इसे टालें। इसके अलावा वे महिलाएं जिन्होनें अपने बच्चे को स्तनपान करवाया है उन्हें ब्रेस्ट कैंसर होने की तुलना उन महिलाओं से पांच प्रतिशत कम होती है जिन्होंने अपने बच्चे को स्तनपान नहीं करवाया है।
आवश्यकता से अधिक वज़न न बढ़ने दें ब्रेस्ट कैंसर का अन्य कारण मोटापा या वज़न अधिक होना भी है। स्वास्थ्यवर्धक खाना खाएं संतुलित आहार लें जिसमें फल और सब्जियां शामिल हों तथा वसा युक्त खाद्य पदार्थ और कार्बोहाइड्रेट न खाएं। वे महिलाएं जो अधिक वसा युक्त आहार लेती हैं उनमें ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना अधिक होती है।
डिब्बाबंद खाद्य/पेय पदार्थों से बचें डिब्बाबंद खाद्य/पेय पदार्थों का उपयोग सीमित मात्रा में करें या न करें। इन डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों में कुछ रासायनिक यौगिक होते हैं जो एस्ट्रोजन की तरह कार्य करते हैं जिसके कारण महिलाओं में कैंसर की संभावना कम हो जाती है। बहुत अधिक तापमान पर खाना पकाने से भी इस बीमारी की संभावना बढ़ जाती है। सूर्य की रोशनी अच्छी होती है अध्ययनों से यह भी पता चला है कि सूर्य की रोशनी में जो विटामिन डी होता है वह वह एंटी कैंसर हार्मोंस को उत्तेजित करता है जिसके कारण ब्रेस्ट कैंसर की संभावना कम हो जाती है।
- - Advertisement - -