इतिहास से जुड़े ये हैं केरल के पांच असाधारण संग्रहालय
हर शहर में संग्रहालय तो होते हैं, लेकिन ज्यादातर संग्रहालय कला, इतिहास और साइंस से जुड़े होते हैं। ऐतिहासिक चीजे हमेशा से ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती रही हैं, यही वजह है आज भी लोग संग्रहालयों को देखने जरूर जाते हैं। लेकिन केरल में कुछ संग्रहालय ऐसे भी हैं, जो आर्ट और साइंस से हटकर असाधारण हैं। जिन्हें देखने का मन आपको बार-बार करेगा। कहने को तो केरल हिल स्टेशन और बीचेस के लिए मशहूर है, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि यहां इतिहास से जुड़े ऐसे पांच संग्रहालय भी हैं, जिनका कंसेप्ट अन्य संग्रहालयों से हटकर है। जानते हैं इन पांच संग्रहालयों के बारे में।
टी संग्रहालय, मुन्नार-
टी लवर्स के लिए यह संग्रहालय देखना बेस्ट ऑप्शन है। मुन्नार में स्थित इस संग्रहालय में आपको कई सारे चाय के बागानों के बारे में जानने और देखने को मिलेगा। यहां एतिहासिक टी इंडस्ट्री के बारे में भी आपको बहुत कुछ देखने को मिलेगा। इतना ही नहीं बलैक टी कैसे बनाई जाती है, ये भी यहां बताया जाता है।
वैद्यरत्नम आयुर्वेद संग्रहालय-
आयुर्वेद को दुनिया का सबसे पुराना मेडिसिन सिस्टम माना जाता है। केरल भी आयुर्वेदिक सेंटर्स के मामले में बहुत ऊपर है। इसी तरह यहां एक वैद्यरत्नम आयुर्वेद संग्रहालय है। जहां आपको आयुर्वेद का इतिहास जानने को मिलेगा। यहां पर मेडिसनल प्लांट्स की लाइब्रेरी के साथ कई तरह के आयर्वुेदिक प्लांट्स भी देखने को मिलेगें।
सॉइल मयूजिसम, ट्रिवांड्रम-
केरल के सॉइल मयूजियम में यहां आप कई प्रकार की सॉइल्स के बारे में जान सकते हैं। यहां तक की ये दुनिया का सबसे बड़ा सॉइल मयूजियम है।
टीकवुड संग्रहालय, निलंबुर-
केरल में ये जगह है ये बात बहुत कम लोग जानते हैं। ये जगह टीक फॉरेस्ट के लिए मशहूर है साथ ही इसे दुनिया का पहला टीकवुड मयूजियम माना जाता है। यहां आप टीकवुड से जुड़ा इतिहास जान पाएंगे।
वॉटर मयूजियम, कालीकट-
कोजिकोड में स्थित पानी संग्रहालय वाकई देखने लायक है। वॉटर मयूजियम और बायोपार्क प्रिजव्र्स में आप केरला में हो रहे वॉटर मैनेजमेंट सिस्टम के बारे में आसानी से जान सकते हैं ।
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