नोटबंदी को लेकर इन दिनों लोग परेशान है। कोई अपने खाते में पैसे जमा कराने को लेकर बैंकों की लाइन में लगा है तो कोई पैसे निकालने के लिए। पर चंडीगढ़ में एक टैक्सी ड्राइवर न तो बैंक की लाइन में लगा और न ही कोई चैक डिपोजिट किया फिर भी उसके खाते में इतनी रकम आ गई कि वह सुनकर हैरान रह गया। इतना ही नहीं इनकम टैक्स वाले भी इस ड्राइवर के पीछे पड़ गए।
बलविंदर सिंह टैक्सी चालक है। वह स्टेट बैंक ऑफ पटियाला की एसडी कॉलेज स्थित ब्रांच से हर रोज अपनी टैक्सी में कैश शहर में ही बैंक की मुख्य ब्रांच तक ले जाता था। इस काम के उसे प्रतिदिन 200 रुपये मिलते थे जिसे बैंक उसके जन-धन खाते में रोज जमा कर देता था। टैक्सी ड्राइवर बलविंदर सिंह ने बताया कि स्टेट बैंक ऑफ पटियाला की एसडी कॉलेज बरनाला शाखा में उसका सेविंग खाता है। यह खाता उसने जन-धन योजना में कनवर्ट करवा लिया था। 4 नवंबर को उसके मोबाइल पर मैसेज आया कि उसके खाते में 98,05,95,15,12,757 रुपये जमा हो गए हैं। जब वह अगले दिन बैंक गया तो मैनेजर रविंदर कुमार ने उसकी पासबुक अपने पास रख ली और 7 नवंबर को नई पासबुक दे दी।
मामला शांत हुआ ही था कि 19 नवंबर को फिर से उसके खाते में 9999997486.19 रुपये जमा हो गए। इस बार वह फिर बैंक मैनेजर रविंदर कुमार के पास गया और फिर से इतने पैसे खाते में आने की बात कही। इस बार मैनेजर ने उसे डांटा और उसकी टैक्सी की सेवाएं भी बैंक के लिए बंद कर दी। इस पर बलविंदर ने आयकर विभाग और बैंक की बरनाला स्थित मुख्य ब्रांच को इस बारे में पत्र लिखकर पूरी सूचना दे दी। बैंक मैनेजर रविंदर कुमार का कहना है कि टैक्सी ड्राइवर के खाते में गलत एंट्री से पैसा चला गया था। बैंक की गलती को सुधार लिया गया है। गलती करने वाले कर्मचारी को नोटिस भेजा गया है।
बैंक ने बाद में भूल सुधार करते हुए वो पैसे अगले दिन ही बलविंदर के खाते से निकाल लिए। आयकर विभाग इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और जांच में जुटा हुआ है। जांच के दौरान आयकर विभाग को पता चला कि बलविंद सिंह का जनधन का खाता था। वहीं स्टेट बैंक का इस गलती पर कोई जवाब देते नहीं बन रहा है।