आज का यूथ अपने सामने की चीज़ों से जल्दी ही उकता जाता है और नई चीजें ट्राइ करने को हमेशा इगर रहता है लेकिन कई बार ऐसा करना स्वयं उस पर भारी पड़ जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ दिल्ली प्रदेश के एक 30 वर्षीय यंग बिजनसमैन के साथ, जो एक पब में गया था और वहां उसने ड्रिंक के साथ लिक्विड नाइट्रोजन पी ली लेकिन इसके बाद वह कहीं और नहीं बल्कि सीधे अस्पताल जा पहुंचा।
गुड़गांव के एक पब में पीने पहुंचे चार यार
बिजनसमैन के. हरी (बदला हुआ नाम) गुड़गांव के एक पब में अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने पहुंचे थे। वहां उन्होंने पब का लेटेस्ट एराइवल लिक्विड नाइट्रोजन कॉकटेल ऑर्डर किया, जिसे पीने के बाद उनके पेट में छेद हो गया। आपके नॉलेज के लिए बता दें कि ड्रिंक में लिक्विड नाइट्रोजन इसलिए इस्तेमाल किया जाता है ताकि उसे तुरंत फ्रीज किया जा सके। हुआ यूँ कि ड्रिंक लेने के कुछ देर बाद ही हरी को बेचैनी महसूस होने लग गई अस्पताल पहुंचने तक हरी की हालत और ज्यादा खराब हो गई और उनका पेट फूल गया। हरी के ब्लड टेस्ट से पता चला कि उनके शरीर में ऐसिड का लेवल बहुत ज्यादा बढ़ गया था।
पेट के 45% हिस्से को बाहर निकालना पड़ा
कोलंबिया एशिया अस्पताल के सर्जन डॉ अमित गोस्वामी ने बताया कि जब हरी को लाया गया, तब उनका पल्स रेट बढ़ा हुआ था और ब्लड प्रेशर लो था। सीटी स्कैन से पता चला कि पेट का निचला हिस्सा फट गया है। हमने सर्जरी कर पहले इंटस्टाइन निकाली और फिर पेट के निचले हिस्से को काटकर बाहर किया। इस तरह पेट के करीब 45% हिस्से को सर्जरी के जरिए बाहर निकालना पड़ा।
13 अप्रैल को हुआ था यह वाकया
यह वाकया 13 अप्रैल को हुआ था। डॉ गोस्वामी ने बताया इस तरह के छेद आमतौर पर टांकों से सही हो जाता हैं, लेकिन हरी के केस में डॉक्टरों को ज्यादा मेहनत करना पड़ी क्योंकि छेद के आसपास के टिशू भी क्षतिग्रस्त हो गए थे। सर्जिकल टीम ने हरी के पेट के निचले हिस्से को हटाने और बाकी हिस्से को छोटी आंत से कृत्रिम तरीके से जोड़ने का फैसला किया।
नाइट्रोजन गैस पेट को फाड़ भी सकती है
उन्होंने बताया कि सर्जरी के बाद मरीज को 3 दिन तक वेंटिलेटर पर रखा गया था। डॉ. गोस्वामी के मुताबिक अब इस मामले को 2 महीने बीत चुके हैं और हरी पहले से बेहतर हैं। हरी की सर्जरी टीम में शामिल डॉ मृगांका एस. शर्मा ने बताया कि हरी के पेट में इस छेद की सबसे बड़ी वजह लिक्विड नाइट्रोजन ही थी। यह बेहद खतरनाक होती है। यह अंटार्कटिका की ठंडी रातों से भी ज्यादा ठंडी होती है और मानव शरीर के टिशूज को तुरंत क्षतिग्रस्त कर देती है। इसके अलावा जब लिक्विड नाइट्रोजन लिक्विवड से गैस में बदलती है, तो यह 500 गुना ज्यादा फैल जाती है। यह पेट को फाड़ भी सकती है।