कुछ दिन पहले श्रीनगर के फुटबॉल के इस मैदान से करीब एक किलोमीटर दूर सोमवार पर पुलिस पर पत्थर बाजी करने वाली लड़की के चेहरों पर चोट लगी हुई है अपने पैर के नीचे फुटबॉल दबाए अफशां आशिक कहती हैं कि हां मैंने पत्थरबाजी की थी , लेकिन मैं ये नहीं करना चाहती थी, मैं देश के लिए फुटबॉल खेलना चाहती हूं।
बता दें कि अफशां कश्मीर की पहला महिला फुटबॉल कोच हैं। वे गर्वनमेंट वुमन्स कॉलेज में बीए सेकंड ईयर की स्टूडेंट भी हैं। उनकी टीम में कोठी बाग के गर्वनमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल की 20 लड़कियां हैं। सोमवार को जब वे मैदान में प्रैक्टिस के लिए पहुंचने वाली थीं, तब उन्होंने कुछ लड़कों को पुलिस पर पत्थरबाजी करते देखा , छात्र पिछले सताह पुलवामा डिग्री कॉलेज में पुलिस कार्रवाही के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
अफशां ने टाइम्स न्यूज को बताया कि कहा कि मैंने लड़कियों से परेशान न होने और इंतजार करने के लिए कहा। पुलिस ने हमें गलत समझा, उन्हें लगा कि हम वहां पत्थरबाजी करने के लिए खड़े हैं। उसी समय एक पुलिसकर्मी ने आकर एक लड़की को थप्पड़ मारा, इस पर हमें गुस्सा आ गया। मैं उस लड़की का साथ देना चाहती थी और हम सबने पत्थरबाजी करना शुरू कर दी।