घर बैठे वापस होंगे रिश्वत के पैसे बस करना होगा टोल फ्री कॉल
एक जमाना हुआ करता था जब कोई भी सरकारी काम कराना होता था तो रिश्वत के बिना काम नहीं चलता था। हो सकता है ये अभी भी कहीं न कहीं हो रहा हो लेकिन देश के कई हिस्से से रिश्वत जैसे कीड़े को निकाला जा चुका है फिर भी कह नहीं सकते क्योंकि रिश्वत कोई सभी को बताकर तो लेता नहीं और अखबारों में भी आए दिन काफी ख़बरें रिश्वत लेते हुए अधिकारियों के पकड़े जाने की पढ़ने में आती है।
रिश्वत के मामले आज भी सामने आते हैं लेकिन कैसा हो कि आपने किसी को मजबूरी में रिश्वत दे दी और फिर अगले दिन या कुछ दिन बाद आप एक नंबर पर कॉल करे और आपकी रिश्वत वापस हो जाए। अब आपको लगेगा कि ऐसा तो हो नहीं सकता लेकिन भारत में ही एक प्रदेश ऐसा भी है जो इस तरह की अनूठी पहल कर रहा है।
इस तरह की अनूठी पहल करने वाला राज्य आंध्रप्रदेश है। यहां की चंद्रबाबू नायडू सरकार ने दावा किया है। उनकी यह योजना काम कर रही है। हाल ही में हुए एक सर्वे में आंध्र प्रदेश को देश के सबसे दूसरे भ्रष्ट राज्य का दर्जा मिला है। पहले नंबर पर कर्नाटक है। नायडू सरकार ने करप्शन से लड़ने के लिए पैंतरा अपनाया है।
चंद दिनों पहले चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि अभी बीते कुछ ही दिनों में 12 लोगों ने रिश्वत की रकम लौटाई है। कुरनूल जिले के एक पंचायत सचिव ने 10 लोगों को रिश्वत की रकम लौटाई। उसने अलग-अलग कामों के लिए इन लोगों से घूस ली थी। इस नई पहल का नाम ‘पीपुल फर्स्ट’ रखा गया है। इसकी शुरूआत 25 मई को की गई थी।
सीएम का दावा है कि इसके बहुत अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं। सोसायटी को साफ करने की यह पहल काम कर रही है। इसके लिए नंबर जारी किया गया है। ये नंबर 1100 है जिस पर कॉल कर लोग रिश्वत लिए जाने की शिकायत कर सकते हैं। इस नंबर पर कॉल कर लोग घटना की जानकारी देते हैं, फिर उन्हें सरकार खुद उन लोगों से संपर्क करते हुए उन्हें चेतावनी देती है।
इस मामले पर सरकार के सलाहकार पी प्रभाकर ने कहा कि सरकार के इस प्रयास का मकसद लोगों तक यह संदेश पहुंचाना है कि अगर उन्होंने किसी काम के लिए रिश्वत दी है तो वो उस रकाम को वापस ला सकते हैं। सरकार इस नंबर पर आने वाली कॉल पर गंभीरता से काम कर रही है। अभी तक किसी कर्मचारी को दंडित नहीं किया गया है। कई सरकारी कर्मचारियों ने रिश्वत में ली गई रकम वापस लौटी दी है।
- - Advertisement - -