मोदी फरमानः योग दिवस पर बोलना होगा ’ऊँ’, हुआ बवाल
सरकार ने इसेे बार साफ किया है 21 जून को योगा डे के मौके पर ’ऊँ’ कहना जरूरी होगा। आयुष मिनिस्ट्री ने 45 मिनट का एक प्रोटोकॉल प्रोग्राम भी रखा है। इसे देशभर के स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी में लागू किया जाएगा। इसके लिए यूजीसी ने भी सभी यूनिवर्सिटी को प्लान भेज दिया है।
प्लान आते ही विरोध शुरू
सरकार यह फरमान आते ही मुस्लिम धर्मगुरू शफीक काजी ने कहा है ओर इसका विरोध करते हुए कहा है कि ये फैसला सेक्युलरिज्म के खिलाफ है। इसे पावर का गलत इस्तेमाल भी बताया जा रहा है और कहा जा रहा है कि ये उनकी आस्था के खिलाफ हैं।
सरकार ने दी सफाई
सरकार के योगा डे के दिवस पर ’ऊँ’ बोलने के पीछे कहना है कि यह कोशिश देश के सभी लोगों और धर्मों की आस्था को एक छतरी के नीचे लाने की प्लानिंग है।
45 मिनिट के प्रोटोकाल में क्या खास
आयुष मंत्रालय ने योगा डे पर 45 मिनिट का प्रोटोकॉल तैयार किया है।
1. प्रोटोकॉल के अनुसार ’ऊँ’ का उच्चारण जरूरी होगा।
2. प्रोटोकॉल में कौन-सा योगासन और प्राणायाम कितनी देर करना है, इसे लेकर इन्फॉर्मेशन दी गई है।
3. इसकी शुरूआत में 2 मिनट ऊँ का उच्चारण किया जाएगा। इसके बाद ओम शांति,शांति,शांति के साथ इसे खत्म किया जाएगा।
4. इसके बाद पहले 6 मिनट में वार्मअप प्रोग्राम में गर्दन, कंधे, शरीर के ऊपरी हिस्से और घुटने को हिलाना होगा।
5. इसके बाद 18 मिनट योगासन।
-इसमें पहले खड़े होकर ताड़ासन, वृक्षासन, पद-हस्तासन, अर्धचक्रासन और त्रिकोणासन किया जाना है।
-फिर बैठकर किए जाने वाले आसनों में भद्रासन, वज्रासन, उष्ट्रासन, शशांकासन, उत्थान मंडुकासन करना होगा।
-आखिर में सिर झुका कर करने वाले आसन मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, धनुर्रासन किया जाएगा।
-2 मिनट कपालभाति किया जाएगा, जिसमें हर बार में 20 से 40 स्ट्रोक करना होगा।
-6 मिनट प्राणायाम- नाड़ीशोधन, अनुलोम-विलोम, शीराली, भ्रामरी। इन सभी प्राणायामों के पांच-पांच राउंड करने हैं।
-9 मिनट का मेडिटेशन।
6. इसके बाद प्रोगाम की क्लोजिंग के दौरान 2 मिनट के संकल्प के साथ ऊँ के उच्चारण के साथ शांति पाठ किया जाएगा।