सामने आई भारत की ख़तरनाक तस्वीर
भारत की जो तस्वीर सामने आई है वह बेहद ख़तरनाक और चौंका देने वाली है। इस तस्वीर में साफ़ है कि धरती पर मौजूद 70 प्रतिशत पानी प्रदूषित हो चुका हैं। इसमें से 60 प्रतिशत ग्राउंड वॉटर अगले दस सालों में उपयोग करने के लायक नहीं रहेगा। भारत की 25 प्रतिशत जमीन रेगिस्तान बनने के कगार पर है। इतना ही नहीं भारत के तकरीबन पचास फीसदी वन्य जीव की जान को खतरा है। बता दें कि इन सब बातों का दावा हाल ही में पेश की गई वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फेडरेशन की प्लैनेट रिपोर्ट में किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार 2020 तक दुनिया के दो तिहाई वन्य जीवों का सफाया हो जाएगा। इनमें वे जीव भी शामिल हैं, जिनका पचास साल पहले तक अस्तित्व था।
6 वीं बार जीवों का विलोप हो सकता है
रिपोर्ट में इस बात की भी आशंका जताई गई है कि दुनिया से 6वीं बार जीवों का सामूहिक विलोप हो सकता है इसका मतलब साफ़ है कि वन्य जीवन आम रफ़्तार से एक हजार गुना ज़्यादा तेजी से गायब हो रहा है। इस तबाही का जिम्मेदार इंसानों की गतिविधियां बनेगी। भारत को लेकर इस रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि अगले चार सालों में यहां का पचास फीसदी वन्य जीवन विल प्त हो सकता है।
ये है तबाही की वजह
इस रिपोर्ट में तबाही की वजह का भी जिक्र किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार प्राकृतिक संसाधनों का जमकर उपयोग, जीवों के प्राकृतिक आवास में दर्ज आई कमी, जंगलों का घटता दायरा और मौसम में लगातार बदलाव होना है। रिपोर्ट के मुताबिक सात प्रतिशत पक्षी, 41 प्रतिशत स्तनधारी, 46 प्रतिशत सरीसृप, 57 प्रतिशत उभयचर और 70 प्रतिशत ताजे पानी की मछलियां है जिनके विलुप्त होने का खतरा सबसे ज़्यादा हैं।