लड़कों की गंदी हरकत से परेशान आरजे बीच शो में रो पड़ी
तस्वीर में जो आपको दिखाई दे रही हैं यह है इलाहाबाद की चर्चित रेडियो जॉकी निधि साहु। जो कि अपने शो से लाखों लोगों को हमेशा ज़िंदादिल रहने और पॉजिटिव सोच रखने की नसीहत देतीं थीं। शुक्रवार को अपने शो के दौरान स्क्रिप्ट पढ़ने के बजाय अचानक नम आंखों से निधि ने अपनी बेबसी की दास्तां सुनानी शुरू कर दी। इतना ही नहीं अपने लाइव शो के दौरान निधि ने नौकरी छोड़ने का ऐलान भी कर दिया। निधि के इस ऐलान से सोशल मीडिया और इलाहाबाद की आम जनता के बीच पर हडकंप मच गया।
अब सवाल यह है कि इस पॉपुलर आरजे ने ऐसा क्यों किया? चलिए आपको बताते है कि निधि का ऐसा कहने के पीछे कारण क्या था। दरअसल, भैया दूज की शाम को शो ख़त्म करने के बाद जब निधि स्कूटी से अपने घर लौट रही थी उस वक्त बाइक सवार तीन लफंगों ने उनके साथ छेड़खानी कर उन्हें जबरन रोकने की कोशिश की थी। निधि ने उस समय तो किसी तरह खुद को बचा लिया, लेकिन इस वारदात से वह इस कदर डर गईं हैं कि नौकरी करने के लिए अब बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही हैं और इसीलिए अपने शो के ज़रिए निधि ने नौकरी छोड़ने का ऐलान कर दिया।
अपने शो से लोगों को पॉजिटिव जीने की सलाह देती थीं
निधि अपने शो खुसर-फुसर और यू टर्न के ज़रिये लोगों को हमेशा पॉजिटिव सोच रखने की सलाह देती थी लेकिन अपने साथ सड़कों पर आए दिन होने वाली छेड़खानी से निधि इस कदर दहशत में हैं कि उन्हें अब घर के बाहर अकेले कदम रखने में भी डर लगने लगा है। निधि के अनुसार यह पहला मौका नहीं था इससे पहले भी उन्हें इस कदर की घटनाओं का सामना करना पड़ा है।
निधि के नौकरी छोड़ने के फ़ैसले ने जहां अखिलेश यादव राज में यूपी की क़ानून व्यवस्था पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़े किए हैं, वहीं इससे उन्होंने पुरुष प्रधान समाज को आईना दिखाने की भी कोशिश की है। निधि का दर्द अकेले उसका नहीं, बल्कि तकरीबन हर उस लड़की का है, जो पढ़ाई या नौकरी के लिए घर से बाहर कदम रखती है। हालांकि इलाहाबाद के डीएम संजय कुमार समेत तमाम लोगों ने निधि के शो में फोन कर उनसे नौकरी नहीं छोड़ने की अपील की है।हालांकि निधि फिलहाल अपना यह फैसला बदलने को तैयार नही हैं।
अब तक पुलिस नहीं पकड़ पाई आरोपियों को
निधि ने महिला थाने में इस घटना की लिखित शिकायत भी कर दी है, लेकिन तीन दिन बीतने के बावजूद पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं। हालांकि अफसरों का दावा है कि वह चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के सहारे आरोपियों की तलाश कर रहे हैं। इसके अलावा सड़कों पर गश्त बढ़ाने के साथ ही कई दूसरे इंतजाम किये जाने के दावे भी किये गए हैं।