देशभक्ति का डंका बजा रहा है एबीवीपी का यह सेशन
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एबीवीपी यानी कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् अपने 62 वें राष्ट्रीय अधिवेशन के द्वारा देशभर के युवाओं में राष्ट्र भक्ति का भाव जगाता नज़र आ रहा है। देश के विभिन्न प्रांत से आए युवाओं से बातचीत करने पर यह बात सामने आई है कि ये सभी अपनी आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को लेकर ही एबीवीपी के इस अधिवेशन में शामिल हुए हैं।
राजस्थान से आई नेहा हाड़ा के मुताबिक एबीवीपी के इस सेशन से उन्हें खुद को डेवलप करने का मौका मिल रहा है। तमिलनाडु से आएं बिष्णु श्री का कहना है कि उनका सपना समाजसेवा करना है और एबीवीपी उन्हें इस काम में काफ़ी समर्थन कर रहा है। वहीं बिहार से आए विकास किशोर गौतम और चंदन कुमार सिंह के मुताबिक, एबीवीपी समाज और देश के लिए काम करने के लिए उन्हें प्रेरित कर रहा है। बहरहाल बता दें कि अधिवेशन के दूसरे दिन एबीवीपी के कार्यकर्ता अपने-अपने राज्यों की संस्कृति का प्रदर्शन करते दिखाई दिए।
बता दें कि इंदौर के जीएसीसी (अटल बिहारी वाजपेयी कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय) में एबीवीपी की ओर से चार दिनों के लिए एक सेशन का आयोजन किया गया है। इसकी शुरुआत शनिवार से हो चुकी है। इस अधिवेशन में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और प्रख्यात नृत्यांगना पद्म विभूषण सोनल मानसिंह भी शिरकत कर चुके हैं। उन्होंने इस अधिवेशन का उद्घाटन किया था।
परिषद को और मजबूत करना चाहते हैं युवा
एबीवीपी के अधिवेशन में पहली बार शामिल हुए कई विद्यार्थियों का कहना है कि उनके प्रांत में शिक्षा परिसर में कई समस्याएं हैं। पाठ्यक्रम से लेकर छात्रावास तक सभी जगह गड़बड़ी है। विद्यार्थियों के मुताबिक, वे इन सभी समस्याओं को सबके सामने रखेंगे ताकि उनका समाधान निकाला जा सके।
वहीं एबीवीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. नागेश ठाकुर के अनुसार, परिवर्तन के इस दौर में यह अधिवेशन मील का पत्थर साबित होने जा रहा है। डॉ. ठाकुर ने कहा कि, युवाओं में राष्ट्रवाद का जागरण हो रहा है। सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी के बाद जिस प्रकार की राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया गया यह अधिवेशन उसका प्रतिबिंब है। वहीं एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री विनय बिदरे ने छात्र शक्ति को राष्ट्र की सबसे बड़ी शक्ति बताया है।
क्या है इस अधिवेशन में ख़ास
-एबीवीपी के इस 62 वें अधिवेशन में आएं दस हजार से ज़्यादा के विद्यार्थियों और कार्यकर्ताओं के लिए ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर का आयोजन किया गया है।
-अधिवेशन में शामिल युवा अपने देश की संस्कृति, इतिहास को जान सके इसीलिए एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। देश की शौर्यगाथाओं के साथ ही इस प्रदर्शनी में एबीवीपी के कार्यक्रमों, गतिविधियों, उपलब्धियों और आंदोलनों को दर्शाया गया है।
-अधिवेशन के मुख्य परिसर का नाम डॉ. भीमराव आम्बेडकर के नाम पर रखा गया है। इतना ही नहीं मुख्य पंडाल को इंदौर की पहचान राजवाड़ा के स्वरूप में विशेष आकार दिया गया है।
-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान का भी इस अधिवेशन में बखूबी ध्यान रखा गया है। इसके साथ ही हरियाली महोत्सव इस अधिवेशन का मुख्य आकर्षण केन्द्र है।
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