क्रिकेट की दुनिया में हर दुनिया एक नया रिकॉर्ड बनता है और एक पुराना रिकॉर्ड टूटूता है। अब ये आम बात हो गई है लेकिन इस रिकॉर्ड को बनाने और तोड़ने में कितनी मेहनत लगती है ये तो वहीं खिलाड़ी जानता है जो इसे करता है। क्रिकेट की पिच पर कई कारनामे होते रहते हैं और ऐसा ही एक कारनाम कल के इंडिया वर्सेज श्रीलंका मैच में देखने को मिला जो सोच से परे था।
पल्लेकेल वनडे टीम इंडिया जीत तो गई लेकिन श्रीलंका ने भी इसमें कम हिम्मत नहीं दिखाई। श्रीलंकाई टीम ने भी पूरी जी जान लगाकर इस मैच को खेला। भले ही टीम इंडिया ने ये मैच जीता लेकिन इस मैच का हीरो बना श्रीलंका का एक बॉलर जिसने एक के बाद एक छः विकेट चटकाए। आइए आपको इसी हीरो के बारे में कुछ ख़ास बात बताते हैं।
इस हीरो की सबसे बड़ी ख़ास बात तो ये है कि जिस दिन ये मैच खेल रहा था यानि बॉलिंग कर रहा था उसी दिन उसका हनीमून था। अब हनीमून छोड़कर ये महाशय मैच में उतर आए और रिजल्ट यू हुआ कि इन्होंने एक के बाद एक करके छः विकेट चटका दिए। इस बॉलर का नाम अकिला धनंजय है और इनकी शादी मैच के 24 घंटे पहले ही हुई थी।
इस बॉलर ने इंडिया की शुरूआत में ही इंडिया के छः विकेट एक-एक करके गिरा दिए। वो तो भला हो युवराज और धोनी की साझेदारी का जो टीम का स्कोर 131 रनों से 231 तक खींच लाए। उस वक्त टीम में सात विकेट गिर चुके थे। धोनी और युवी के शानदार खेल की ही बदौलत है जो इंडिया ये मैच जीत गई।
धनंजय के बारे में आपको बता दें कि ये मैच उनके वनडे करियर का चौथा मैच था जिसमें उन्होंने धमाकेदार प्रदर्शन किया। इस मैच से पहले तक उन्होंने 3 मैचों में कुल 5 विकेट ही लिए थे.अब उनके खाते में 11 विकेट हैं। -धनंजय ने रोहित शर्मा (54), लोकेश राहुल (4), केदार जाधव (1) , विराट कोहली (4), हार्दिक पंड्या (0) और अक्षर पटेल (6) का विकेट लेकर टीम इंडिया की बैटिंग लाइनअप ही तोड़ डाली थी. धनंजय ने अपने छह शिकार में 3 बोल्ड, 2 एलबीडब्ल्यू और 1 स्टंप कर विकेट निकाले।
23 साल के धनंजय की शादी 23 अगस्त को कोलंबो में हुई. वह अपनी गर्लफ्रेंड नताली तेक्शिनी के साथ विवाह बंधन में बंधे। इनकी शादी कोलंबो स्थित रामादिया रनमल होलीडे रिसोर्ट में हुई। धनंजय आईपीएल भी खेल चुके हैं. 2013 में उन्हें चेन्नई सुपर किंग्स ने 10.5 लाख रुपए में खरीदा था. इनके पिता पेशे से कारपेंटर हैं।
धनंजय ने अपना वनडे डेब्यू नवंबर 2012 में न्यूजीलैंड के खिलाफ किया था. इसके बाद पांच साल में वे केवल 3 ही मैच ही खेल सके थे। आखिरकार उन्हें जून 2017 में जिंबाब्वे के खिलाफ मौका दिया गया। सीरीज के पहले मैच में उन्होंने अपने विकेटों का खाता खोला था। क्रेग इरिवन उनके पहले शिकार बने थे।