अक्षय ने दिखाई देशभक्ति, करण को फटकारा
मुंबई। असहिष्णुता पर फिल्म निर्माता-निर्देशक करण जौहर के बयान के बाद लगातार प्रतिक्रियाएं आनी शुरु हो गई हैं। लगभग सारा बॉलीवुड ही उनके बयान के खिलाफ जाता नजर आ रहा है। बॉलीवुड के कई स्टार करण जौहर की बात से सहमत नहीं हैं।
आपको बता दें कि करण जौहर ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दौरान कहा था कि भारत में मन की बात कहना बहुत मुश्किल है। उनके मुताबिक, आप मन की बात कहना चाहते हैं और अपनी निजी जिंदगी के राज खोलना चाहते हैं तो भारत सबसे मुश्किल देश है। मुझे तो लगता है कि जैसे हमेशा कोई लीगल नोटिस मेरा पीछा करता रहता है। किसी को पता नहीं कब उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो जाए।
करण के इस बयान पर बॉलीवुड की कुछ सेलेब्रिटीज और राजनीतिक हस्तियों का क्या जवाब है, आइए जानते हैं-
अक्षय कुमार, अभिनेता
करण को मेरी सलाह है कि वे संभलकर बोलें। कई बार गैरजरूरी बातों को तवज्जो दे दी जाती है।
काजोल, अभिनेत्री
मन की बात कहने में मुझे कोई परेशानी नहीं है। फिल्म इंडस्ट्री में कोई असहिष्णुता नहीं है। यह जरूर है कि कई विषयों पर लोग अनावश्यक रूप से संवेदनशील हो गए हैं। इसलिए एक-एक शब्द नापतोल कर बोलना पड़ता है, बोलें कि नहीं बोलें। सुनने वाला भी एक-एक शब्द के अलग-अलग अर्थ निकाल रहा है। लेकिन हमारी जिम्मेदारी है कि हम अच्छा बोलें और संवेदनशील रहें।
महेश भट्ट, डायरेक्टर
असहिष्णुता पर शाहरुख और आमिर के साथ जो हुआ, उसे देखने के बाद भी इस मुद्दे पर अगर करण ने कुछ कहा है तो यह उसकी बहादुरी को दिखाता है। वह एक पब्लिक फिगर है, बड़ा स्टार है और उसे पता है कि इसके वजह से उसे किन-किन चीजों का सामना करना पड़ेगा।
वीके सिंह, केंद्रीय मंत्री
जाकर उसकी पिटाई कर लो यार, तुम मेरे पीछे क्यों पड़ रहे हो। हम करन जौहर की बात क्यों कर रहे हैं, जाइए उससे बात कीजिए। कुछ जरूरी चीज हो तो मुझसे पूछिये। मैं यहां पार्टी कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने के लिए उनसे मिलने आया हूं।
अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री
करण जौहर बिल्कुल सही कह रहे हैं। इस देश में केवल एक इंसान सार्वजनिक रूप से अपने मन की बात कर सकता है। कोई और नहीं।
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जिन लोगो को ये लगता ह हिन्दुस्तन मे अपने मन कि बात नहि कर सकते है तो रोका किस्ने ह पाकिस्तान चले जाये और खुब मन कि बात करे, पता चल जायेगा कि देश के खिलाफ बोलने कि क्या सजा होति है
इस देश मे आज हिन्दु होना सबसे बडा अपराध हो गया है कुच देश्द्रोहि हिन्दुओ के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ एक शब्द भि नहि बोलते है मल्दा , पुर्निया पे सब चुप है
दाद्रेी पे बोलने के लिये वक्त था