उरी हमले पर फूटा अन्ना का गुस्सा, कहा ज़रूरत पड़ी तो सीमा पर लड़ने जाऊंगा
देश में हुए आतंकी हमलों पर शनिवार यानी कि आज सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हज़ारे का भी गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कहा कि यदि ज़रूरत पड़ेगी तो वे इस उम्र में भी सीमा पर जाकर युद्ध लड़ सकते हैं। बता दें कि अन्ना ने अपनी बायोपिक फ़िल्म अन्ना के एक कार्यक्रम मे पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान ये बात कही। अन्ना ने 1965 के युद्ध का जिक्र करते हुए कहा ”उस युद्ध में भी मैं था और हमारे बम लाहौर में जाकर गिरे थे। इसलिए उसी समय पाकिस्तान रुक गया। अभी भी पाकिस्तान को पता है कि भारत की शक्ति क्या है? दोनों देशों के लिए युद्ध ठीक नहीं है। पर फिर यदि ऐसा कुछ होता है तो मैं 79 की उम्र में फिर से सीमा पर जाना चाहूंगा और युद्ध में भागीदारी लेना चाहूंगा।”
पाकिस्तान कलाकारों के संबंध में ये कहा अन्ना ने
महाराष्ट्र की पॉलिटिकल पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना मनसे की पाक कलाकारों को देश छोड़ने की धमकी पर अन्ना ने कहा कि लड़ाई और कला को अलग रखना चाहिए। कला में नफ़रत नहीं लानी चाहिए। लेकिन कोई कलाकार देश या समाज को नुकसान पहुंचा रहा है तो वो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अन्ना ने भारत और पाक के बीच बढ़ते तनाव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ”दोनों देशों को अच्छे पड़ोसी का धर्म निभाना चाहिए और एक-दूसरे के सुख-दुख में शामिल होना चाहिए।”
अन्ना ने साधा केजरीवाल पर निशाना
अन्ना ने आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि ”अरविंद जब पार्टी बना रहे थे तब मैंने उनसे पूछा था कि पार्टी में आने वाले लोगों को कैसे तय करोगे कि वो आचार-विचार से शुद्ध हैं। आज मैं देख रहा हूं कि कितने लोगों को निकालना पड़ रहा है क्योंकि खोजने का तरीका ही नहीं था।”