पोस्टर वार के सहारे मैदान में उतर रही पार्टियां
By Satish Tripathi
यूपी विधानसभा चुनाव से पहले सियासी दलों के बीच पोस्टर वार जारी है और सभी पार्टीयां एक दूसरे पर आरोप और प्रत्यारोप लगाते हुये पोस्टर वार का सिलसिला जारी कर दिया है। किसी पोस्टर में किसी को काली का रूप दिया गया तो किसी को अर्जुन और कृष्ण तो किसी के चाल चरित्र पर सीधा आरोप लगाया है गौरतलब है कि यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव 2017 को लेकर सभी राजनीति पार्टीयों में सुगबुगाहट तेज हो गई है। औऱ ऐसे में कोई भी पार्टी एक दूसरेके आरोप में कोई कसर नही छोड़ना चाहती हैं।
स्मृति ईरानी हुई बीमार अबकी बार वरूण गांधी सीएम उम्मीदवार (25-05-2016)
इलाहाबाद में बीजेपी के युवा कार्यकर्ताओं ने सिविल लाइंस इलाके के सुभाष चौक पर विवादित पोस्टर लगाकर वरुण को सीएम पद का दावेदार घोषित करने की मांग की थी. साथ ही इस पोस्टर के जरिये केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी बीमार बताते हुये यूपी के सीएम पद के दावेदारों की रेस से बाहर रखने का संकेत भी दिया जा गया था। बीजेपी में मचे इस पोस्टर वार से बात साफ नजर आ रही है कि आने वाले दिनों में पार्टी में सीएम पद के दावेदारी को लेकर घमासान मचना तय है. जानकारी के मुताबिक ये पोस्टर बीजेपी के युवा नेता अंकुर गुप्ता और रवि सोनकर के द्वारा जारी किया गया है. इन नेताओं ने लिखा है की स्मृति इरानी हुई बीमार उत्तर प्रदेश की यही पुकार वरुण गांधी अबकी बार. इसके साथ ही पोस्टर लगाने वाले नेताओं नारेबाजी करते हुये पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से वरुण गांधी को प्रदेश के सीएम पद का दावेदार घोषित करने की मांग भी की है.
नेहरू ने देश को मंगल तक पहुंचाया, मोदी के दो साल बदनाम (27-25-2016)
भारतीय जनता पार्टी के होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले इलाहाबाद में पोस्टहर वार का सिलसिला शुरू हुआ। इलाहाबाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नेहरू की पुण्यतिथि पर एक पोस्टर लगाया। जिसमें लिखा था कि नेहरू ने देश को मंगल तक पहुंचाया. जबकि बीजेपी के दो साल ही बदनाम हैं। संगम की नगर कहे जाने वाले इलाहाबाद क्षेत्र में पण्डित जवाहर लाल नेहरू के 51 पुण्यतिथि पर पोस्टर लगाया गया था। जिसमें लिखा गया है कि “नेहरू में था, मंगल ग्रह तक पंहुचे हम”। इस पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी औऱ अमित शाह के ऊपर निशाना साधा गया था। लिखा गया था कि “नरेन्द्र मोदी. अमित शाह वापस जाओ नागपुर में जाकर धुनी बजाओ” और यही नही आगे लिखा गया है कि नेहरू के नगर में तुम्हारा क्या काम? तेरे दो साल का कार्यकाल तो बदनाम है।
वाराणसी में पोस्टर में नीतीश को अर्जुन तो शरद यादव को दिखाया गया कृष्ण (12-05-2016)
वाराणसी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन पर JDU कार्यकर्ताओं ने पोस्टर लगाया है. जिसमें नीतीश कुमार को अर्जुन तो शरद यादव को कृष्ण दिखाया गया है. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार के इस कार्यक्रम में लगभग हजारो की तादाद में मेंबर्स के शामिल होने की उम्मीद है. इस पोस्टर में मोदी सरकार पर भी हमला बोला गया है. पोस्टर में केंद्र सरकार पर आरोप लगाया गया है कि वो सांप्रदायिकता फैलाकर देश में अराजकता का माहौल बना रही है। इसमें उत्तर प्रदेश में करप्शन के खिलाफ ‘जंग का एलान’ किए जाने की बात भी कही गई थी।
2016 में राम मंदिर का निर्माण नही हुआ तो बीजेपी को नही मिलेगा वोट (25-05-2016)
लखनऊ में पोस्टर वार का सिलसिला सामने आय़ा. जिसमें लखनऊ में कई जगह अखिल भारतीय हिन्दू महासभा की तरफ से पोस्टर लगाया गया। पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भागवत, अमित शाह तोगड़िया पर निशाना साधते हुये लिखा गया है कि अगर 2016 में राम मन्दिर का निर्माण नहीं तो 2017 में भाजपा को मतदान नहीं. यही नही आगे लिखा है “भूल गये मन्दिर का वादा, फिर हो गये उससे अनजाने, गौ भक्षक हो मंत्री जिसके, उसको क्या हिन्दू पहचाने..? ” गौरतलब है कि यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव के पहले इस तरह के पोस्टर वार की वजह से कंही न कंही भाजपा को मुश्किल में डाल सकती है.
मायावती को बनाया काली और हाथ में स्मृति ईरानी का सिर
यूपी में एक पोस्टर में मायावती के पैरों के नीचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत पड़े हुए दिखाई पडे। नीचे की ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाथ जोड़कर बसपा सुप्रीमो से प्रार्थना कर रहे हैं. इस तरह के पोस्टर की सूचना पर जैसे ही पुलिस की नजर पड़ी, उसने तत्काल ही पोस्टर को झांकी सहित थाने ले जाकर हटवा दिया. फिलहाल, इस घटना से भाजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश है और उसने कड़ी कार्रवाई की मांग की है. दिलचस्प बात यह है कि यूपी की सियासत में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि किसी पोस्टर में विपक्ष को नीचा दिखाने की कोशिश की गई हो.
मोदी पर कार्टून के जरिये बनाया गया निशाना
हम आपको बता दे कि यूपी में यही साल ही नही बल्की इसके पहले भी पोस्टर वार चलता रहा है. कानपुर में कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करने के लिए कार्टून को हथियार बनाया। शहर में जगह-जगह कार्टून वाले पोस्टर के साथ ‘पोल-खोल’ रैली निकाली गई। इस दौरान बिठूर के युवा कांग्रेस नेता के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन भी किया। इस रैली में पीएम के कामों और योजनाओं को लेकर बैनर-पोस्टर शामिल किए गए थे। वहीं, गाड़ियों पर अच्छे दिन के वादों का मजाक उड़ाते हुए कार्टून वाले पोस्टर लगाए गए थे। लोगो ने आरोप लगाया कि मोदी ने देश की जनता को सिर्फ बेवकूफ बनाया है। केंद्र सरकार हर मोर्चे पर फेल हुई है। जनता को झूठे सपने दिखाए गए हैं। ऐसे में लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
पोस्टर में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्या बने महाभारत के अर्जुन
यूपी के सियासी दंगल में पोस्टर वार थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. इलाहाबाद में अभी कुछ दिन पूर्व बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या से संबंधित विवादित पोस्टर सामने आया था. इसमें पार्टी नेता डॉ. विक्रम की ओर से केशव मौर्या को महाभारत का अर्जुन तो खुद को भगवान कृष्ण के तौर पर दिखाया गया है. हालांकि, मामला तूल पकड़ता देख केशव प्रसाद मौर्या ने खुद को इस विवाद से अलग करते हुए कहा है कि इस पोस्टर से पार्टी और उनका कोई लेना-देना नहीं है.
चाय बेचने वाले केशव भईया करोड़पति बनने का राज तो बताओ
इसी तरह एक और पोस्टर इलाहाबाद में सामने आया था जिसमें तुकबंदी के जरिए पूछा गया था ‘चाय बेचने वाले केशव भईया रहस्य पर से पर्दा हटाओ, करोड़पति बनने का राज तो बताओ।’ इसी पोस्टर में भाजपा पर भी निशाना साधा गया था। पोस्टर को लेकर विवाद पैदा हो गया था और भाजपा ने प्रदर्शन के साथ ही मामला भी दर्ज करवाया था।
केशव मौर्या बने ‘कृष्ण’ UP का चीरहरण करते दिखे राहुल, अखिलेश
इससे पहले भी रामनवमी के दिन वाराणसी में बीजेपी नेता ने एक पोस्टर लगाया था, जिसमें केशव मौर्या को कृष्ण अवतार में दिखाया गया था. दिलचस्प बात यह है कि विपक्षियों को कौरव बताया गया था. पोस्टर में दिखाया गया था कि कृष्ण के रूप में केशव विपक्षी कौरवों का संहार कर रहे है. पोस्टर में केशव को सुदर्शनधारी कृष्ण के रूप में दिखाया गया, जिसमें सभी विपक्षी दल के नेता आजम खान, मायावती, राहुल गांधी, मायावती और अखिलेश यादव मिलकर यूपी का चीरहरण कर रहे हैं और वे ‘रक्षमाम केशव:’ का जाप कर रहे हैं.
कानपुर में केशव, मोदी और अमित शाह के तस्वीरों के उपर चाल, चरित्र और चेहरा लिखा पाया गया
उत्तर प्रदेश के नवनिर्वाचित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोला. कांग्रेस ने केशव प्रसाद मौर्य और भाजपा के खिलाफ पोस्टर वार शुरू कर दिया है जिसके बाद इस पर बवाल होने की पूरी आशंका मानी जा रही थी. दरअसल कानपुर के दौरे पर जा रहे केशव मौर्य के स्वागत के लिए भाजपा ने तैयारी की थी तो वहीं कांग्रेस ने भी पोस्टर टांग दिए हैं। इस पोस्टर में पीएम मोदी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और केशव प्रसाद मौर्य की तस्वीरें हैं। इन तीनों की तस्वीरों के उपर चाल, चरित्र और चेहरा लिखा हुआ है।
कांग्रेस ने वाराणसी में मोदी अमित शाह औऱ केशव के खिलाफ लगाया पोस्टर
वाराणसी में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या के कृष्णावतार वाले पोस्टर के बाद कांग्रेस ने एक नया पोस्टर लगाया. यूपी बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या वाराणसी शहर के दौरे पर थे. इस दौरान कांग्रेसियों ने कालिख से लिखकर कई चौराहों पर होर्डिंग लगाई. इसमें उनके साथ नरेंद्र मोदी और अमित शाह भी हैं इन पोस्टर में मोदी के फोटो नीचे लिखा है- ‘ले लो अच्छे दिन.’ शाह की फोटो के नीचे लिखा है- ‘गुजरात में इशरत जहां इन्काउंटर.’ मौर्या की फोटो के नीचे लिखा है
11 आपराधिक केस 302 हत्या सहित आपराधिक चेहरा.
एक पोस्टर में केशव प्रसाद के जीवन के बारे मे निशाना साधा गया है। इन होर्डिंग्स और पोस्टर को कानपुर महानगर कांग्रेस कमेटी के महासचिव रवि पांडेय ने लगवाया है. उनके मुताबिक नरेंद्र मोदी और अमित शाह देश को लुटने आए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी ने देश की जनता को अच्छे दिन का भरोसा देकर बेवकूफ बनाया है. वहीं, अमित शाह और केशव मौर्या को उन्होंने हत्यारा बताया.
विवादित पोस्टर लगाने पर यूथ कांग्रेस का नेता हुआ पार्टी से निष्कासित
दरअसल कन्हैया कुमार द्वारा कश्मीर में सेना के जवानों के खिलाफ की गई विवादित बयानबाजी के खिलाफ इलाहाबाद में यूथ कांग्रेस के लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी जितेंद्र तिवारी और मीडिया प्रभारी फारूक खान ने (बृहस्पतिवार 10 मार्च को) इलाहाबाद में एक पोस्टर लगाया था। पोस्टर में सैनिकों के प्रति सम्मान जताते हुए कन्हैया के इस बयान का विरोध किया गया था। पोस्टर पर लिखा कन्हैया के खिलाफ यह पोस्टर लगाए जाने पर पार्टी ने दोनों पदाधिकारियों को उनके पदों से हटा दिया और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से सस्पेंड कर दिया। दोनों पदाधिकारियों को इस मामले में कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था.
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