स्टार्टअप में भारत ने चीन को दी टक्कर, टॉप 3 में भारत
पिछले कुछ सालों में इंडिया में स्टार्ट-अप और इंटरप्रेन्योर को काफी बड़ावा मिला है जिसका परिणाम एसोचैम की एक रिर्पोट में देखने को मिला हैं इस रिपोर्ट के अनुसार राजधानी और इसके आस-पास के क्षेत्र में 23 फीसदी स्टार्टअप शुरू हुए हैं। मुंबई में यह आंकड़ा 17 प्रतिशत है। केंद्र की मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं से इसे बढ़ावा मिला है।
भारत तीसरे पायदान पर
एसोचैम की इस रिपोर्ट में एक खुलासा यह भी हुआ है कि भारत स्टार्टअप का सबसे बड़ा हब बन गया हैं और दुनिया में यह तीसरे स्थान पर है। कुल स्टार्टअप कंपनियों के मामले में भी भारत शीर्ष-5 देशों में शामिल है।
निवेश और चुनौतियां
एसोचैम के मुताबिक वर्ष 2014 में 179 स्टार्टअप्स में कुल 14,500 करोड़ रुपये का निवेश हुआ वहीं 2015 में 400 स्टार्टअप्स में 32 हजार करोड़ रुपये का निवेश आया। भारत में स्टार्टअप्स के सामने सबसे बड़ी चुनौती मुनाफा कमाना और लंबे समय तक सुचारू रूप से बिजनेस चलाना है। साथ ही कॉर्पोरेट टैक्स और ऋण पर ब्याज की दर भी अधिक है। इससे मुश्किलें आती हैं। हालांकि पांच वर्ष तक स्टार्टअप्स को कर में छूट दी गई है।
चीन को दी टक्कर
देश में सभी सेक्टर के कुल स्टार्टअप की संख्या 10 हजार है, जबकि पड़ोसी देश चीन में इतने ही स्टार्टअप हैं। वहीं, अमेरिका इस मामले में 83 हजार स्टार्टअप के साथ पहले नंबर पर है।