Friday, September 15th, 2017 10:59:02
Flash

भारत में पहली बार बनेगा ऐसा एयरशिप, बिना रनवे के करेगा टेकऑफ




Auto & Technology

goodyear-NT-ground-small-550x325

आपने एयरशिप या यूं कहे कि एयरोप्लेन तो देखा ही होगा। कितना बड़ा होता है उसे टेकऑफ कराने के लिए कितनी जगह और ईधन चाहिए होता है लेकिन अगर हम आपसे कहे कि एक ऐसा एयरोप्लेन भारत में बन रहा है जिसके लिए रनवे की जरूरत नहीं होगी तो ये आप शायद ही यकीन करें लेकिन भारत में एक एविएशन फर्म इस टेक्नीक पर काम कर रही है।

बेंगलुरु की एक एविएशन फर्म एक ऐसा एयरशिप बनाने जा रही है जिसे खोज, राहत-बचाव और सर्विलांस के उद्देश्य से इस्तेमाल किया जा सकता है। हीलियम से चलने वाला यह एयरशिप 10 हजार फीट की ऊंचाईं तक उड़ सकता है और इसमें एक बार में 8 से 10 यात्री सफर कर सकते हैं। यह दिखने में जैपलिन एयरशिप की तरह होगा।

12-zep-pa

रनवे की जरूरत नहीं
इस एयरशिप को बनाने वाली कंपनी बेलमार एविएशन के डायरेक्टर, कैप्टन अश्विन बेलमार ने कहा, ’हेलिकॉप्टर या हवाई जहाज की तुलना में एयरशिप पर्यावरण के लिए भी बेहतर है और सस्ते भी हैं। एयरिशप के टेकऑफ और लैंड करने के लिए रनवे की जरूरत नहीं पड़ती।’

डिजाइन हो चुका है पूरा
कंपनी ने दावा किया है कि भारत में इस तरह का एयरशिप पहली बार बनाया जा रहा है। इसका डिजाइन पूरा किया जा चुका है और संबंधित नियामक अधिकारियों से इसके प्रायोगिक निर्माण के लिए सर्टिफिकेट के लिए भी आवेदन कर दिया गया है। बेलमार ने बताया, ’एक बार हमें लाइसेंस मिल जाए तो हम अपनी तरह का पहला एयरशिप बनाना शुरू कर देंगे।’

तैरते होटल में भी जो जाएगा तब्दील
बेलमार एविएशन के दूसरे डायरेक्टर मधुसूदन ने बताया, ’इस एयरशिप को डैक्रॉन के कपड़े से बनाया जाएगा। यह सोलर और इलेक्ट्रिक बैटरीज से चलेगा।’ मधुसूदन कहते हैं, ’इस एयरशिप का इस्तेमाल छोटे शहरों और गांवों को जोड़ने के लिए ट्रांसपोर्टेशन के तौर पर भी हो सकता है क्योंकि इसे लैंड करने के लिए बड़ी सी जगह की जरूरत नहीं है। इसके अलावा इस एयरशिप को तैरने वाले होटल में भी तब्दील किया जा सकता है।’ मधुसूदन ने बताया कि इस एयरशिप को बनाने में तकरीबन 50 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये के बीच खर्चा आएगा।

Sponsored



Follow Us

Yop Polls

तीन तलाक से सबसे ज़्यादा फायदा किसको?

    Young Blogger

    Dont miss

    Loading…

    Subscribe

    यूथ से जुड़ी इंट्रेस्टिंग ख़बरें पाने के लिए सब्सक्राइब करें

    Subscribe

    Categories