आपने कभी न कभी बैंक से लोन तो लिया ही होगा। बैंक से लोन लेने पर आपको ब्याज तो देना ही पड़ता हैं। लोन चाहे छोटा हो या बड़ा लेकिन ब्याज तो आपको चुकाना ही होगा। लेकिन कैसा हो अगर आपको कोई छोटा सा लोन लेना हो और आपसे बैंक कोई ब्याज न ले। ऐसा हर किसी के साथ तो नहीं हो सकता लेकिन कुछ स्पेशल कस्टमर है जिनके लिए बैंक ये सर्विस शुरू करने वाला है।
बैंक ऑफ बड़ौदा और सहकारी कंपनी इफको ने किसानों के लिए सह ब्रांडेड डेबिट कार्ड पेश किया है, जिससे उन्हें 2500 रूपए की ओवरड्रॉफ्ट सुविधा मिलेगी। इस सुविधा पर एक महीने का कोई ब्याज नहीं लगेगा। महीना पूरा होने के बाद ओवरड्राफ्ट पर 8.60 प्रतिशत वार्षिक दर से ब्याज लिया जाएगा।
किसानों के बीच डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा और इफको की उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में दो लाख सह-ब्रांडेड कार्ड जारी करने की योजना है। बैंक और इफको दोनों इस योजना के सफल होने पर ओवरड्राफ्ट की सीमा 2,500 रुपए से बढ़ाने की संभावनाओं पर विचार करेंगे।
इस योजना के तहत किसान मात्र 100 रुपए के शुरुआती जमा और आधार संख्या के माध्यम से बड़ौदा इफको कृषि बचत बैंक खाता खोल सकते हैं। इस खाते के लिए कोई न्यूनतम बैलेंस नहीं रखना होगा और इस डेबिट कार्ड को एटीएम में प्रयोग किया जा सकेगा। मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) आज गन्ना के उचित एवं लाभदायक मूल्य (एफआरपी) में 25 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी को मंजूरी दे सकती है। अक्घ्टूबर से शुरू होने वाले 2017-18 के इस खरीद मौसम में गन्ना एफआरपी को 255 रुपए प्रति क्विंटल किया जा सकता है। मौजूदा 2016-17 के खरीद मौसम में गन्ने का एफआरपी 230 रुपए प्रति क्विंटल है।
एफआरपी वह न्यूनतम मूल्य होता है जिस पर गन्ना किसानों का कानून गारंटीशुदा अधिकार होता है। हालांकि राज्य सरकारों को अपने राज्य में स्वयं का राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) तय करने का अधिकार होता है या चीनी मिलें एफआरपी से अधिक किसी भी मूल्य की किसानों को पेशकश कर सकती हैं। सूत्रों के अनुसार खाद्य मंत्रालय ने 2017-18 के खरीद मौसम के लिए गन्ना एफआरपी 255 रुपए प्रति क्विंटल करने और इसे चीनी प्राप्ति की दर 9.5 प्रतिशत से जोड़ने की सिफारिश की थी। प्राप्ति दर से आशय गन्ना की पेराई से चीनी प्राप्त करने के अनुपात से है।