बापू ने कहा था – जिंदा हैं नेताजी
पश्चिम बंगाल सरकार के बाद केंद्र सरकार ने भी नेताजी से जुड़े दस्तावेज सार्वजनिक कर दिए हैं, लेकिन अभी भी ये संशय बना हुआ है कि आखिर नेताजी की मौत कब और किन कारणों से हुई थी। 28 जनवरी 1946 को राजस्थान के कोटा से छपे अखबार लोकसेवक में बापू के हवाले से कुछ बातें प्रकाशित हुईं थीं। बापू ने जो कहा उससे पता चलता है कि नेताजी की मौत विमान दुर्घटना में नहीं हुई और उन्हें लोगों से छिपकर जीने पर मजबूर किया गया था।
दुनिया के किसी कोने में जिंदा हैं नेताजी
इस अखबार में छपे कंटेंट के अनुसार बापू का कहना था कि नेताजी जिंदा हैं और विश्व के किसी कोने में छिपे हैं। इस अखबार के फ्रंट पेज की हेडलाइन थी- ‘कोटा में आजाद हिंद सेवादल में खून के दस्तख्तों से भर्ती’। ये है बापू का वक्तव्य – महात्मा ने विश्वासपूर्वक दोहराया है कि सुभाष बोस जीवित हैं ओर विश्व के किसी कोने में छिपे हैं। महात्मा ने 1920 में नागपुर कांग्रेस के समय कहा था कि आज हमारे पास तलवार होती तो हम तलवार भी इस्तेमाल करने में नहीं हिचकते।
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