स्वाईन फ्लू से सावधानी ज़रूरी है, जागरूक रहें : चिकित्सा अधिकारी
भिण्ड. स्वाईनफ्लू के बढ़ते हुये प्रकोप की रोकथाम हेतु जागरूकता जरूरी है। हर व्यक्ति जागरूक होकर स्वाईनफ्लू से अपनी एवं अपने परिवार की सुरक्षा कर सकता है। इसके लिये जरूरी है कि स्वाईनफ्लू के लक्षण एवं सावधानियों की जानकारी होना। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जानकारी देते हुये बताया कि निम्न लक्षणों के आधार पर स्वाईनफ्लू को पहचाना जा सकता है। सर्दी, जुकाम, खांसी, गले में खराष, सिर दर्द बुखार के साथ सांस लेने में तकलीफ हो तो तत्काल चिकित्सकीय परामर्ष लें और परामर्ष का पालन करें 24 घण्टे के भीतर उपचार प्रारम्भ करना आवष्यक है। उपचार लेकर स्वास्थ्य व सुरक्षित रहें ।
याद रखें बिलम्ब घातक हो सकता है। समस्त शासकीय एवं चिन्हित चिकित्सालयों में स्वाईनफ्लू की जांच एवं दवाईयों की व्यवस्था निःषुल्क उपलब्ध है। डॉ. शर्मा ने बताया कि स्वाईनफ्लू से बचाव हेतु निम्न सावधानियां बरती जानी चाहिये। खांसते, छींकते समय मुंह पर रूमाल रखना, संक्रमण होने पर एवं सक्रमण से बचाव हेतु भीड़ भाड़ से दूर रहे किसी वस्तु, व्यक्ति एवं स्वयं के चेहरे को छूने से पहले एवं बाद में साबुन से हाथ धोऐं, स्वाईनफ्लू से संक्रमित व्यक्ति से लगभग 1 मीटर की दूरी बनाये रखें।
डॉ. शर्मा ने बताया कि स्वाईनफ्लू संक्रमण नाक, मुंह एवं गले से आरंभ होकर फेंफड़ों तक पहुंच कर जानलेवा हो जाता है। गले स्तर पर अर्थात् सांस लेने में तकलीफ होने पर उपचार लेने पर हम स्वस्थ्य रहेंगे बिलम्ब न करें तत्काल जिला चिकित्सालय केन्द्र पर जाकर चिकित्सकीय उपचार लें। आपातकालीन स्थति में हेल्पलाईन नम्बर- 07534-245555, 245655 पर सम्पर्क करें।