बैंगलोर में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए लांच हुईं 51’Pink Hoysala’ पेट्रोल कार
अब महिलाएं और बच्चे घर से बाहर भी खुद को सेफ महसूस करेंगे। वैसे इस बात से तो हम सब सहमत हैं कि बड़े शहरों में सड़कों पर घूमने वाली महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करती। हर बार जब भी महिलाओं के खिलाफ हिंसक अपराध होता है तो हम अपनी सरकार और न्याय व्यवस्था को दोषी ठहराते हें। भारत के सबसे बड़े महानगरों में से एक बैंगलुरू , इसे बदलने के लिए तैयार हो गया है।
कर्नाटक के मुख्य मंत्री सिद्धारमैया ने महिलाओं और बच्चें की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बैंगलुरू में 51 ब्रांड न्यू ‘Pink Hoysala’ नाम के गश्ती वाहन लांच किए हैं, जिसका मुख्य मकसद महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए खतरा होने पर तुरंत प्रतिक्रिया देना होगा। द हिंदू के अनुसार इन 51 गश्ती कारों में प्रत्येक में इंटरनेट और जीपीएस सिस्टम उपलब्ध रहेगा। इसमें कम से कम एक महिला पुलिस अधिकारी होगी। वाहनों को महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा मोबाइल ऐप ” SURAKSHA” के साथ की जाएगी। जरूरी कार्यवाही के लिए इस ऐप से सभी एसओएस कॉल डेस्टीनेशन के करीब मौजूद पिंक हॉसला तक पहुंचाए जाएंगे।
इन गश्ती कारों को शहर के संवेदनशील इलाकों में ड्यूटी देने के लिए कहा गया है, साथ ही हर गश्ती कार को हर घंटे स्थान बदलने के भी निर्देश दिए गए हैं। इसके लांच पर सीएम ने कहा है कि इन वाहनों का प्रावधान केवल महिलाओं को सुरक्षित महसूस करने में हमारा पहला कदम है। पुलिस बल को कड़ी मेहनत करनी है ताकि पर्यापत संसाधनों के जरिए शहर के लोग खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें। बता दें कि अब तक लगभग 6 हजार से ज्यादा महिलाओं और बच्चों ने सुरक्षा ऐप डाउनलोड कर लिया है।
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