BCCI ने भरत अरूण को टीम इंडिया का नया बॉलिंग कोच बना लिया है। अरूण टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर हैं, जिन्होंने भारत की और से 2 टेस्ट और 4 वनडे मैच खेले हैं। इसमे बॉलिंग कोच बने अरूण के नाम कुल मिलाकर 6 अंतराष्ट्रीय मैच है। टीम इंडिया के नए हेड कोच रवि शास्त्री ने ही जहीर खान की जगह पर अरूण को टीम का बॉलिंग कोच बनवाया हैं।
इससे पहले भी अरूण टीम इंडिया में यह जिम्मेदारी बखुबी निभा चुके है। अरूण को कोच बनाने और बंगाड़ के प्रमोशन का फैसला शास्त्री और बीसीसीआई की चार सदस्यी समिति की मंगलवार की बैठक में हुआ। इसका मतलब है कि शास्त्री अपने उसी सपोर्ट स्टाफ के साथ काम करेंगे जो उनकी टीम इंडिया के निदेशक रहते हुए था। शास्त्री ने अपने सपोर्ट स्टाफ में फील्डींग कोच आर श्रीधर को भी शामिल किया गया है। शास्त्री ने यह साफ कर दिया है कि उनका सपोर्ट स्टाफ 2019 के वर्ल्ड कप के लिए अनुबंध किया गया है।
शास्त्री और अरूण के दोस्ती
- शास्त्री और अरूण की दोस्ती काफी पुरानी हैं। रवि शास्त्री जब 1979 में भारत की अंडर -19 टीम के कप्तान थे, तब भरत अरूण भी उसी टीम के मेंबर थे।
- 1986 में जब अरूण ने टेस्ट और वनडे में डेब्यू किया था, उस वक्त भी शास्त्री टीम इंडिया के मेंबर थे।
- साल 2014 में जब शास्त्री टीम डायरेक्टर थे, तब भी अरुण ही टीम के बॉलिंग कोच थे। कहा जाता है कि तब भी रवि शास्त्री के ही कहने पर एन श्रीनिवासन ने भरत अरुण को टीम को ये जिम्मेदारी दी थी। जब तक रवि शास्त्री टीम इंडिया के मैनेजर और डायरेक्टर बने रहे तब तक भरत अरुण भी टीम के साथ रहे। लेकिन पिछले साल कुंबले के कोच बनने के बाद भरत अरुण को बॉलिंग कोच से हटा दिया गया।
अरूण भरत का क्रिकेट करियर ऐसा रहा
- अरूण का जन्म 14 दिसंबर 1962 को आंध्र प्रदेश के विजयवाडा में हुआ। अपने क्रिकेट करियर के दौरान वे एक मीडीयम पेसर बॉलर और अटैकिंग लोअर ऑर्डर बैट्समैन रहे। 1986 में कानपुर में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच खेलते हुए भारत के लिए डेब्यू किया था। खैर उनका टेस्ट करियर ज्यादा लंबा नहीं चला।
- डेब्यू टेस्ट मैच में 76 रन देकर 3 विकेट लिए थे उस समय वे सबसे सफल बॉलर साबित हुए थे और उस मैच में कपिल देव, रवि शास्त्री और चेतन शर्मा भी मौजूद थे। वनडे करियर में अरूण ने कुल 4 मैच खेले है। जो श्रीलंका, इंग्लैंड, पाकिस्तान और आस्ट्रेलिया के खिलाफ रहे। भगत ने अपने टेस्ट करियर में केवल 2 मैच ही खेले हैं और ये दोनों मैच श्रीलंका के खिलाफ रहे। जिसमें उन्होंने 29 के एवरेज में कुल 4 विकेट लिए है। वहीं दूसरी और वनडे करियर में वे 103 एवरेज से केवल 1 विकेट ही लिया था, जो श्रीलंका के खिलाफ था। 1986 में श्रीलंका गई भारत की अंडर-25 टीम की ओर से खेलते हुए उन्होंने 107’ रन बनाए थे। जिसके बाद उनका सिलेक्शन भारत की टेस्ट टीम में हुआ था।
जहीर खान के बॉलिंग कोच बनाने पर शास्त्री ने जताई नाराजगी
सीएसी की टीम ने जहीर खान को टीम इंडिया का बॉलिंग कोच बनाया था लेकिन शास्त्री ने इस पर नाराजगी जता दी जिसके आगे बोर्ड भी झुक गया। अगर देखा जाए तो जहीर का इंटरनेशनल लेवल अरूण के रिकॉर्ड से कहीं बेहतर हैं। जहीर ने अपने क्रिकेट करियर में 200 वनडे मैच खेलकर 282 विकेट लिए है, वहीं अरूण ने सिर्फ 4 वनडे मैच खेले और श्रीलंका के खिलाफ 1 विकेट लिया है। भरत ने 2 टेस्ट मैच में 4 विकेट और जहीर ने 91 मैच खेलकर 311 विकेट लिए। जहीर ने अपने इंटरनेशनल करियर में टेस्ट, वनडे और टी-20 में कुल 610 विकेट लिए, वहीं अरूण ने केवल 5 विकेट लिए है।
अरूण को कोच का एक्सपिरियंस ज्यादा हैं
अरूण को कोच का काफी एक्सपीरियंस है। वे साल 2012 में अंडर-19 में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के कोच भी रह चुके हैं। इसके बाद 2014 में जब इंडियन टीम अंडर -19 वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंची थी तब भी वहीं कोच थे। इसके अलावा साल 2014 से 16 के बीच भी वे टीम इंडिया के बॉलिंग कोच रहे। अरूण आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू टीम के कोच भी हैं।