देश की सबसे बड़ी बिजली उपकरण बनाने वाली कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल ने अंतराष्ट्रीय कंपनियां को पछाड़ते हुए अब तक का सबसे बड़ा वैश्विक ठेका हासिल किया हैं. इसमें भेल द्वारा बंगलादेश में 10 हजार करोड़ रूपये की लागत वाली 1320 मेगावाट की सुपर ताप विदयुत स्थापित करेंगी.
जानकारी के अनुसार भेल को बंगलादेश में मैत्री सुपर ताप बिजली पिरियोजना स्थापित करने के लिए यह ठेका मिला है. यह ठेका बंगलादेश की कंपनी प्राइवेट लिमिटेड से मिला है. 50-50 प्रतिशत की अंशधारिता के आधार पर भारतीय कंपनी एनटीपीसी और बंगलादेश की बीपीडी का संयुक्त उपक्रम हैं.
यह परियोजना स्थापित करने में भेल पर्यावरण के कडे़ नियमों का पालन करते हुए अत्याधुनिक एफजीडी सयंत्र और सूखी राख प्रणाली लगायेगा.
कंपनी के बिजली सेक्टर का विनिर्माण संभाग परियोजना स्थल पर निर्माण और संयंत्र स्थापित करेगें जबकि परियोजना के प्रमुख उपकरण भेल के त्रिची, हरिद्वार, हैदराबाद, भोपाल, बेंगलुरू और झांसी में बनेगा. ऋण के लिए एक्सिम बैंक ऑफ इंडिया और बीआईएफपीसीएल के बीच मार्च 2017 में करार हुआ है. भेल ने इस परियोजना के लिए एक्सिम बैंक ऑफ इंडिया से वित्त पोंषण की व्यवस्था की थी.
भेल का बंगलादेश के साथ पुराना संबंध है. पड़ोसी देश में कंपनी की पहली परियोजना 100 मेगावाट की बाघाबारी गैस टर्बाइन बिजली परियोजना थी जो 2001 में चालू हुई थी. इसके बाद भेल ने सिद्धिरगंज जीटीपीपी का निर्माण किया था. इसके अलावा 200 किलोवाट का बाघाबारी एवं इर्शुदी सब स्टेशन का भी निर्माण किया था.