B’day : जब सिक्सर किंग युवी के छक्के से अंग्रेजों को लगा था सदमा

टीम इंडिया के दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह आज 34वां बर्थडे (12 दिसंबर 1981) सेलिब्रेट कर रहे हैं। स्टार युवी भले ही इस समय टीम में नहीं है, लेकिन क्रिकेट में कई कीर्तिमानों की वजह से उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। जी हां युवराज सिंह वर्ल्ड कप 2011 में टीम को विजेता बनाने से पहले जिस कारनामे के कारण फेमस हुए थे।जी हां 19 सितंबर 2007 का वो ऐतिहासिक दिन जब युवी ने वर्ल्ड टी20 में इंग्लैंड के खिलाफ लगातार छह गेंदों पर छह छक्के जड़े थे। दक्षिण अफ्रीका के किंग्समीड मैदान में स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर लगाए गए 8साल पहले यह छक्के आज भी दर्शकों के आज भी याद है। ऐसे में आइए इस खास दिन पर जानते हैं सिक्सर युवी के बैट से कैसे लगा एक के बाद एक छक्का…
कुछ ऐसे लगे छक्के
पहला- ब्रॉड की पहली गेंद को युवी ने मिडविकेट के ऊपर से मारा और मैदान के बाहर पहुंचा दिया।
दूसरा- इसके बाद अगली गेंद को युवराज ने डीप बेकवर्ड स्कवेयर लेग के ऊपर से गेंद को सीमा रेखा के बाहर कर दिया। फ्लिंटॉफ मुंह छिपाकर हंसते दिखाई दिए। इस छक्के की दूरी 111 मीटर थी और गेंद मैदान से बाहर चली गई।
तीसरी- कप्तान कॉलिंगवुड से मिली हिदायत के बाद ब्रॉड ने तीसरी बॉल डाली। लेकिन रिजल्ट नहीं बदला। एक्स्ट्रा कवर पर सिक्स।
चौथा- चौथी गेंद फुलटॉस थी जो बेकवर्ड पॉइन्ट के ऊपर से सीमारेखा पा गई। चार गेंदों में चार छक्के अब दर्शकों को लगने लगा था कि चमत्कार होने वाला है। अब दर्शक अपनी जगह पर खड़े हो चुके थे। युवी ने अगली गेंद को मिडविकेट बाउंड्री के उपर से पार किया तो स्टेडियम शोर से गूंज उठा।
पांचवां- पांचवां छक्का मिडविकेट के ऊपर से गया। जिस समय यह कारनामा हो रहा था उस समय संयोग से रवि शास्त्री कमेंट्री कर रहे थे जो कि खुद भी छह छक्के लगा चुके थे।
छठा- पांच गेंदों पर लगातार पांच छक्के लगाने के बाद छठी गेंद हाफ वाली थी और युवराज ने इसे एक बार मिडविकेट के ऊपर से दर्शकों के पास भेज दिया। इसी के साथ 3 मिनट में इतिहास बन गया और युवी ने टी-20 में सबसे तेज फिफ्टी का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया।