बात उस समय की है जब भारत के अधिकांश हिस्सों में सर्दियों का प्रकोप होता है और लोग या तो कड़कती धूप की तलाश करने में लगे रहते हैं या गर्मी देने वाली रजाई की। सर्दियों में लोगों का मकसद खाना-पीना और दुबककर सो जाना ही होता है। लेकिन कुछ बाशिंदे ऐसे भी होते हैं जिन्हें फिल्में देखने का काफी शौक होता है वो एक भी फिल्म देखना नहीं छोड़ते है।
तो बात साल 2003 की दिसंबर की है। 19 तारीख को एक फिल्म रिलीज़ हुई जिसका नाम था ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ दोस्त के साथ मिलकर देखने गए और देखकर आए तो मामू नाम का एक नया वर्ड सीखकर आ गए। ‘सुबह हो गई मामू’ जैसी कई पंचलाइन दिमाग पर सिगनेचर की तरह छप गई। लेकिन एक और चीज़ थी जो इस फिल्म से भुलाएं नहीं भूली जा रही थी और वो थी सर्किट की एक्टिंग।
क्या लाजवाब एक्टिंग थी क्या बताएं आपको। आप तो सब जानते ही है। हम बात कर रहे हैं सर्किट के नाम से फेमस अरशद वारसी की जो कॉमडी तो ऐसी करते है एकदम मक्खन माफिक। एक्टिंग करते हैं तो ऐसा लगता ही नहीं कि एक्टिंग कर रहे हैं ऐसा लगता है कि वो रियल लाइफ में ही जी रहे हो। अब आप सोच रहे होंगे कि यहां अरशद वारसी की बात क्यों हो रही है तो आपको बता दें कि 19 अप्रैल को अरशद वारसी का जन्मदिन है इसलिए इस शुभदिन हम आपको उनके जीवन की कुछ इंट्रेस्टिंग बाते बताने जा रहे हैं।
अरशद वारसी जिन्हें अधिकतर लोग सर्किट के नाम से जानते हैं इनका जन्म 19 अप्रैल 1968 को मुंबई में एक मुस्लिम फैमिली में हुआ था। अरशद वारसी के पिता अहमद अली खान थे। अरशद ने अपनी शुरूआती पढ़ाई नासिक के बोर्ड स्कूल से की थी। दसवी के बाद अरशद ने स्कूल छोड़ दिया था। अरशद की शादी मारिया गोरेट्टी से हुई थी। मारिया एक वीजे है दोनों की मुलाक़ात अरशद की डांस एकेडमी में हुई थी।
फिल्म मिलने से पहले किया स्ट्रगल
अरशद फिल्मों में आने से पहले कई काम कर चुके हैं। उन दिनों घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण उन्होंने कई दिनों तक फोटो लैब में काम किया। इसके अलावा उन्होंने सेल्समैन का भी काम किया था। लेकिन कहते हैं न कि जब ऊपर वाला देता है तो छप्पड़ फाड़ कर देता है कुछ ऐसा ही अरशद वारसी के साथ हुआ।
ऐसे मिला पहला चांस
अपने स्ट्रगल के दिनों में अरशद ने पहले डांसिंग ग्रुप ज्वाइन किया। अरशद बचपन से ही एक्टर बनना चाहते थे और उन्हें एक अच्छे चांस की तलाश थी। आपको जानकार आश्चर्य होगा कि अरशद को फिल्मों में काम करने का चांस जया बच्चन ने दिया था। अरशद वारसी ने बतौर अभिनेता अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1996 में प्रदर्शित अमिताभ बच्च्चन के बैनर एबीसीएल निर्मित फिल्म ‘तेरे मेरे सपने’ से की। फिल्म टिकट खिड़की पर हिट साबित हुयी।
अनिल कपूर की फिल्म में डांसिंग डायरेक्टर बने थे अरशद
आपको अनिल कपूर की फिल्म ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ में अरशद वारसी ने बतौर नृत्य निर्देशक के तौर पर काम किया था। अपनी पहली फिल्म ‘तेरे मेरे सपने’ के बाद अरशद ने ने बेताबी, हीरो हिंदुस्तानी, होगी प्यार की जीत,जानी दुश्मन एक अनोखी प्रेम कहानी जैसी कुछ फिल्मों में काम किया लेकिन इनमें से कोई भी फिल्म टिकट खिड़की पर सफल नहीं रही।
सर्किट बनकर हुए फेमस
वर्ष 2003 में प्रदर्शित फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस अरशद वारसी के करियर के लिये महत्वपूर्ण फिल्म साबित हुयी।विदु विनोद चोपड़ा निर्मित इस फिल्म में अरशद वारसी ने सर्किट का किरदार निभाया था। इस फिल्म में अरशद वारसी ने संजय दत्त के साथ मिलकर अपने लाजवाब कॉमिक अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया। ’
मिली कई फिल्में
‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ की सफलता के बाद अरशद वारसी को अच्छी फिल्मों के प्रस्ताव मिलने शुरु हो गये।इसके बाद अरशद वारसी ने ‘हलचल’ और ‘मैंने प्यार क्यूं किया’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में अपने अभिनय का जौहर दिखाया।वर्ष 2005 में प्रदर्शित फिल्म ‘शहर’ में अपने संजीदा किरदार से अरशद वारसी ने लोगो का दिल जीत लिया वहीं इसी वर्ष प्रदर्शित फिल्म ‘सलाम नमस्ते’ के लिये वह सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिये नामांकित किये गये।
फिर से सर्किट बनकर हुए फेमस
वर्ष 2006 में प्रदर्शित फिल्म ‘लगे रहो मुन्ना भाई’ अरशद वारसी के करियर की एक और सुपरहिट फिल्म साबित हुयी।यह फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस की सीक्वल थी।इस फिल्म के जरिये अरशद वारसी ने एक बार फिर अपने किरदार सर्किट के जरिये दर्शको को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस फिल्म के लिये उन्हें कॉमिक अभिनय के लिये फिल्म फेयर पुरस्कार भी दिया गया।
गोलमाल और धमाल में हुए सफल
वर्ष 2006 में ही अरशद वारसी की एक और कामयाब फिल्म ‘गोलमाल’ प्रदर्शित हुयी। रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अरशद
वारसी ने अपने निभाये कॉमिक किरदार से दर्शको का भरपूर मनोरंजन किया। इसके बाद गोलमाल के सीक्वल‘ गोलमाल रिटर्न’ और ‘गोलमाल 3’ में भी अरशद वारसी ने दर्शको को हंसाते हंसाते लोटपोट कर दिया।
वर्ष 2010 में प्रदर्शित फिल्म इश्किया अरशद वारसी के करियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में शुमार की जाती है।इस फिल्म में अरशद वारसी ने
नसीरउद्दीन साह के साथ जोड़ी जमाकर दर्शको को दिल जीत लिया। इस फिल्म के लिये अरशद वारसी को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिये नामांकित किया गया। वर्ष 2013 में प्रदर्शित फिल्म ‘जॉली एलएलबी ’अरशद वारसी के करियर की एक और हिट फिल्म साबित हुयी। अरशद वारसी की आने वाली फिल्मों में भईयाजी सुपरहिट प्रमुख है।