RBI के एक्स. गवर्नर रघुराम राजन ने हाल ही में मोदी सरकार की ओर से की गई नोटबंदी को इंडियन इकोनॉमी के लिए नुकसानदायक करार दिया था। अब RBI के एक और एक्स. गवर्नर बिमल जालान ने कहा है कि नोटबंदी से बैंकों में जमा राशि में इजाफे समेत कई लाभ हुए हैं, लेकिन इससे काला धन खत्म नहीं हुआ है। पूर्व गवर्नर ने TOI को दिए इंटरव्यू में कहा कि GST और नोटबंदी से जुड़े सवालों के जवाब में कहा कि GST पूरी तरह सही कदम है। हमें इसे जमीन पर सही ढंग से लागू होने के लिए डेढ़ से दो साल का वक्त देना होगा। नोटबंदी को लेकर पहले ही काफी चर्चा हो चुकी है। निश्चित तौर पर इसके कुछ सकारात्मक नतीजे आए हैं। बैंकों में अधिक फंड आया है, लेकिन आप धरातल पर देखेंगे तो पाएंगे कि ब्लैक मनी खत्म नहीं हुई है।
नोटबंदी को लेकर बिमल जालान ने कहा कि जब सरकार कोई कदम उठाती है, तो कुछ वर्गों को उससे होने वाली परेशानियों को दूर करने के बारे में भी सोचा जाता है। जैसे कि – किसान कैश में ही लेन-देन करते हैं। हमें यह भी देखना होगा कि टैक्सेशन सिस्टम में सुधार के लिए क्या किया जा सकता है। प्रत्यक्ष कर के मामले में हमें लॉन्ग टर्म पॉलिसी बनाना होगी।
RBI और सरकार के बीच मतभेद
ब्याज दरों के निर्धारण को लेकर केंद्र सरकार और RBI की अलग-अलग राय को लेकर जालान ने कहा कि हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं और यहां फ्री स्पीच है। हालांकि किसी भी फैसले को लेकर विभिन्न पक्षों के बीच सहमति बनाने के प्रयास होने चाहिए।
नौकरियों के अवसर पैदा करना चाहिए
केंद्र की मोदी सरकार की ओर से किए गए आर्थिक सुधारों को लेकर बिमल जालान ने कहा कि उठाए गए सारे कदम सकारात्मक हैं और इन्हें जमीन पर उतारा जाना चाहिए। ‘मेक इन इंडिया’ को प्राथमिकता देना अच्छी पहल है। इसके अलावा DBT और GST भी सरकार के अच्छे कदमों में से एक हैं। अब हमें जिस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए, वह है नौकरियों के अवसर पैदा करना।