मेड इन चाइना का बहिष्कार पड़ेगा महंगा-चीनी मीडिया
बीजिंग। उरी हमले के बाद पाक के समर्थन में आए चीन के खिलाफ भारत ने खुलकर विरोध किया है। इतना ही नहीं यहां तक कि चीनी प्रोडक्ट्स का बायकॉट करने तक का अभियान भी देशभर में चलाया जा रहा है। इस विरोध के चलते ही चीनी मीडिया ने भारत से स्पष्ट कहा है कि अगर मेड इन चाइना प्रोडक्ट्स का बहिष्कार किया जाता है तो इसका सीधा असर भारत चीन के द्विपक्षीय संबंधों पर देखने को मिलेगा।
चीन की सरकारी मीडिया ने वॉर्निंग देते हुए कहा है कि राजनीतिक मुद्दों के बहाने पूर्वी एशियाई देश के सामानों का बहिष्कार करने से दोनों ही देशों व्यापार में घाटा होगा। इस घाटे का सीधा असर द्विपक्षीय संबंधों पर देखने को मिलेगा। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों पर दो अलग-अलग लेख प्रकाशित किए हैं। इनमें कहा गया है कि अपने विशाल बाजार में चीनी सामान के मुक्त प्रवाह की अनुमति के अलावा भारत को अपने औद्योगिक बुनियादी ढांचे में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
इससे भारत में व्यापार असंतुलन के मुद्दे का समाधान होगा। इस सप्ताह के अंत में गोवा में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात होनी है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर वे व्यापार घाटे के बारे में विस्तार से बात नहीं कर सकेंगे।