GST उन CA स्टूडेंट्स के लिए सुनहरा अवसर लेकर आया है, जो हाल ही में घोषित हुए रिजल्टस में सीए की परीक्षा पास नहीं कर पाए या नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे लोगों की संख्या देश में हर साल बढ़ती है क्योंकि ICAI संस्था कुछ ही प्रतिशत परिणाम घोषित करती है। ऐसे में कई स्टूडेंट्स हताश होने लगते है। इस हताशा को युवाओंसे दूर करने के लिए जीएसटी ने जॉब और बिजनेस में नए अवसर खोले हैं। माना जा रहा है कि जीएसटी लागू होने के बाद 20 हजार करोड़ रूपए का टैक्स और टेक कंसल्टेंट बिजनेस की संभावना बढ़ गई है।
ये काम करेंगे GST सर्विस प्रोवाइडर
जीएसटी के बाद जो काम या बिजनेस निकलकर सामने आया है, उनमें प्रमुख जीएसटी सर्विस प्रोवाइडर है। क्योंकि अधिकतर लोग भी अभी जीएसटी की पहली में उलझे हुए है, ऐसे में इस पहेली से बाहर निकलने के लिए सभी को मदद चाहिए। इस काम से जुड़ी कंपनी या व्यक्ति लाखों छोटी-बड़ी कंपनियों, अनके वेंडर्स, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को बिजनेस रजिस्ट्रेशन कराने, इलेक्ट्रॉनिक इनवॉयस अपलोड करने और जीएसटी से जुड़ी तमाम चीजें जानने-समझने में मदद की जरूरत है।
GST सर्विस प्रोवाइडर की डिमांड जोरों पर
जीएसटी सर्विस प्रोवाइडर की मांग कितनी अधिक है, इसे इस बात से समझा जा सकता है कि एसएमई के लिए फंड जुटाने समेत अन्य काम में लगी छोटी-छोटी कंपनियां भी जीएसटी सर्विस प्रोवाइडर बन गई हैं। इससे उनके काम को विस्तार मिल रहा है और आने वाले दिनों में विस्तार की और अधिक संभावनाएं बन रही हैं।
अकाउटेंसी और टैक्स की समझ वालों के लिए भरपूर अवसर
जीएसपी के अलावा जीएसटी ने एप्लीकेशन सर्विस प्रोवाइडर के लिए भी द्वार खोल दिए हैं। जीएसटी के सेक्टर में आने के लिए इस सेक्टर की बुनियादी समझ होना जरूरी है। साथ ही अकाउटेंसी और टैक्स की समझ होना जरूरी है क्योंकि एएसपी में उन लोगों को प्राथमिकता मिल रहीं है जिन्हें इसकी समझ है। साथ ही सॉफ्टवेयर सर्विस प्रोवाइडर के लिए काफी अवसर नज़र आ रहे है, क्योंकि उसके लिए कम्प्यूटर और सॉफ्टवेयर की बुनियादी समझ रखने वालों की आवश्यकता है।
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