भारत और अमेरिका, दोनों देश आर्थिक और सामरिक मोर्चों पर चीन से टकराव की स्थिति में हैं। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रम्प ने एक खास ऐलान करने के लिए भारत के “स्वतंत्रता दिवस” को चुना। ट्रम्प ने हमारे पीएम मोदी को कॉल करके भारतीयों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी तथा यह भी कहा कि दोनों देश सामरिक स्तर पर विचार-विमर्श बढ़ाएंगे। खास बात यह भी है कि अभी दोनों ही देशों में राजनीतिक उठापटक भी चल रही है। जहां ट्रम्प अमेरिकी शहर शैरलॉट्सविल में हुई हिंसा को लेकर निशाने पर हैं, वहीं आलोचक गोरखपुर में हुई बच्चों की मौतों को लेकर मोदी पर हमले कर रहे हैं।
इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति-स्थिरता को बढ़ाने ‘टु बाई टु’ डायलॉग
ट्रम्प के कॉल को लेकर व्हाईट हॉउस की तरफ से जो जानकारी दी गई, उससे पता चलता है कि US राष्ट्रपति का फोन करना सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है। व्हाईट हॉउस की ओर से जारी बयान के अनुसार दोनों नेताओं ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति-स्थिरता को बढ़ाने के लिए मंत्रालयों के बीच ‘टु बाई टु’ डायलॉग शुरू करने के लिए प्रतिबद्धता जताई। इसके जरिए सामरिक विचार-मंथन को बढ़ावा दिया जाएगा। अमेरिकी बयान में इस बात की विस्तार से जानकारी नहीं दी गई कि किन मुद्दों पर यह ‘टु बाई टु’ डायलॉग होगा। हालांकि, दोनों देशों के बीच पूर्व की सरकारों के दौरान बने ‘डायलॉग मेकेनिज़्म’ के तहत होने वाली वार्षिक सामरिक बातचीत काफी वक्त से नहीं हुई है। ‘टु बाई टु’ डायलॉग के तहत आम तौर पर दोनों देशों की कैबिनेट के हाई लेवल पदाधिकारी शामिल होते हैं। अमेरिका की ओर से सेक्रटरी ऑफ स्टेट और कॉमर्स सेक्रटरी जबकि भारत की ओर से उनके समकक्ष इस बैठक में शामिल होते हैं।
चीन के व्यापारिक तौर-तरीकों की भी समीक्षा कर रहा है अमेरिका
हालांकि, व्हाईट हॉउस के बयान में चीन का खुलकर उल्लेख नहीं हुआ और न ही डोकलाम मुद्दे का, लेकिन इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और स्थिरता का जिक्र साफ तौर पर हमारे पड़ोसी की ओर ही इशारा मालूम होता है। ट्रम्प का यह कदम पूर्ववर्ती ओबामा प्रशासन की रणनीति का ही विस्तार है, जिसके तहत अमेरिका इस क्षेत्र में भारत की अहमियत को अलग पहचान देता आया है। व्हाईट हॉउस का यह बयान आने से कुछ घंटे पहले ही ट्रम्प ने चीन के व्यापारिक तौर-तरीकों की समीक्षा करने का ऐलान किया।
ट्रम्प की बेटी इवांका के भारत आने का भी जिक्र
यहां गौर करने वाली बात यह भी है कि ट्रम्प ने पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर वहां के किसी नेता को फोन नहीं किया। इससे अमेरिका की उस ‘डि-हाइफनेटेड’ कूटनीति का अंदाजा मिलता है, जिसके तहत उसने काफी पहले से दोनों देशों को अलग-अलग तवज्जो देने का फैसला किया है। ट्रम्प ने भारत के साथ व्यापारिक सहयोग बढ़ाने का भी फैसला किया है। बता दें कि भारत के हैदराबाद में इस साल नवंबर में ग्लोबल इंटरप्रेन्योर समिट होने वाली है, जिसमें शामिल होने खुद ट्रम्प की बेटी इवांका आने वाली हैं। व्हाईट हॉउस के इस बयान में इस समिट का भी जिक्र किया गया है। यह भी बताया गया है कि अमेरिका किस तरह ऊर्जा के क्षेत्र में भारत को सहयोग करने वाला है। वहीं, भारतीय स्वतंत्रता दिवस के मौके पर US सेक्रटरी ऑफ स्टेट रेक्स टिलरसन ने अलग से बधाई संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका को वैश्विक आजादी और संपन्नता के हित में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के लोगों के साथ खड़े होने में गर्व है।