चिट्ठी ही नहीं, अब डाकघरों में मिलेगी सस्ती दाल
नई दिल्ली। डाकघरों से सस्ते पोस्टकार्ड, लिफाफे से दूर संदेश भेजने की सुविधा को लोगों को मिलती ही थी लेकिन अब डाकघरों से लोगों को ऐसी सुविधा मिलेगी जिससे सुनकर खुश हो जाएंगे आप। क्योंकि डाकघरों से गंगाजल के बाद अब लोगों को सस्सी दाल मिलेगी। दरअसल केन्द्र सरकार ने केन्द्रीय भंडजार से दाल खरीदने की राज्य सरकारों की सुस्त रफ्तार के बरइ सह फैसला किया है। प्रदेश में सरकार के बिक्री केन्द्रों की कमी को देखते हुए केन्द्र सरकार देश भर में सब्सिडी प्राप्त दलहनों की बिक्री डाकघरों के विशाल नेटवर्क के जरिये करेगी। इन दलहनों में तुअर, उड़द और चना के दाल शामिल होंगे और सरकार का मकसद चालू त्योहारों के दौरान इन दालों की उपलब्धता को सुनिश्चित कराना है।
केन्द्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक एक-दो हफ्ते में सरकार जल्द इस दिशा में ठोस कार्रवाई करने जा रही है।एक अग्रेजी खबर के मुताबिक, उपभोक्ता मंत्रालय के अधिकारियों ने पोस्ट डिपार्टमेन्ट के अधिकारियों से बात कर ली है और जल्द ही डाकघरों से बाजार दर से कम कीमत पर चना दाल बिकने लगेंगे। शुक्रवार को जारी मंत्रालय की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि अंतर मंत्रालयी समिति ने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों की समीक्षा की है। उसके बाद यह फैसला किया गया। राज्यों में केन्द्रीय भंडार की दुकानें नहीं है इसलिए डाक विभाग को इसका जरिया बनाया जा रहा है।
मंत्रालय के मुताबिक अगले कुछ दिनों में दाल के पैकेट्स पोस्ट ऑफिस में मिलने लगेंगे। इसके लिए सरकारी एजेंसियां काम कर रही हैं। फिलहाल दिल्ली में राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ) मोबाइल वैन के सहारे दाल बेच रहा है। पिछले साल सरकार को आयातित दाल को निपटाना पड़ा था क्योंकि अतिरिक्त भंडार होने के बावजूद राज्य सरकारों ने उसे लेने में दिलचस्पी नहीं दिखाई थी। इस साल भी किसानों से करीब 1.5 लाख टन दाल की खरीद और विदेशों से हुए आयात के बाद दालों का भंडार काफी मात्रा में है लेकिन राज्य सरकारें उसे खरीदने में रुचि नहीं दिखा रही है।