छत्तीसगढ़ में सरकार खुद बेचेगी शराब
ज़्यादा समय नहीं हुआ कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने हाईवे से शराब की दुकानों को हटाने के निर्देश दिए थे अब इसका सख्ती से पालन भी किया जा रहा है। कई राज्यों में शराबबंदी को लेकर तगड़ी कार्यवाही देखने को मिल रही है, कुछ राज्यों में तो शराब को बैन भी कर दिया गया है लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार अब खुद शराब बेचेगी।
एक तरफ तो केंद्र सरकार शराबबंदी की कवायद कर रही है वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ सरकार के खुद शराब बेचने के फैसले ने हड़कंप मचा दिया है। राज्य में आम जनता और विपक्ष सड़कों पर उतर आया है। खूब प्रदर्शन किया जा रहा है, लाठियां चल रही हैं गिरफ्तारियां हो रही है लेकिन राज्य सरकार ने कह दिया है कि वह अपने फैसले को नहीं बदलने वाली।
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसी भी क्या नौबत आन पड़ी की छत्तीसगढ़ सरकार को ये कदम उठाना पड़ा। दरअसल छत्तीसगढ़ सरकार ने पहले तो खुद पूरे राज्य में शराब की बिक्री को बंद किया और इसके बाद खुद ही एक निगम बनाकर इसकी बिक्री का निर्णय ले लिया। माना जा रहा है कि सरकार राजस्व को ध्यान में रखते हुए ऐसा कर रही हैं।
लोगों ने बंद करवाई सरकार की दुकानें
सरकार के इस फैसले के बाद पूरे राज्य में सरकारी शराब की दुकानें खुल गई लेकिन जनता के आगे उनकी एक न चली। जनता चाहती है कि पूरा राज्य शराबमुक्त हो और इसी के लिए वे प्रदर्शन भी कर रहे हैं। आंदोलन कर रही स्थानीय जनता ने राज्य की लगभग 700 दुकानों में से 600 दुकाने बंद करा दी।
रायपुर के कई इलाकों में शराब की दुकानों के सामने प्रदर्शनकारियों का हुजूम इक्ठ्ठा हो गया है। कहीं जमकर नारेबाजी हो रही है तो कही पुलिसवालों से झड़प। एक अप्रैल से सरकार ने खुद शराब बेचने का फैसला लिया। इस काम में आबकारी विभाग के अलावा दर्जनों दूसरे सरकारी विभागों के कर्मचारियों को शराब की खरीद और बिक्री का जायजा लेने के निर्देश दिए है। शराब की दुकानों में करीब 20 हजार सेल्स मेन की नियुक्ति प्लेसमेंट एजेंसियों के जरिए की गई है। हालांकि सरकारी बंदोबस्त ध्वस्त हो गया क्योंकि अधिकांश दुकानों को प्रदर्शनकारियों ने खुलने ही नहीं दिया।
तगड़ी इनकम का स्त्रोत
जब छत्तीसगढ़ एक अलग राज्य बना था उस समय शराब से होने वाली आय 32.61 करोड़ रूपए थी, जो पिछले साल सौ गुना तक पहुंच गई। अनुमान है कि मार्च के अंत तक यह आंकड़ा 3800 करोड़ रूपए तक पहुंच गया। इससे जाहिर है कि सरकार खुद क्यों शराब बेचना चाहती है। शराब की बिक्री के लिए राज्य सरकार ने खुद नई दुकाने खुलवाए, प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए सेल्समेन रखवाए। हालांकि सरकार का ये फैसला सही है या नहीं इसका फैसला अब कोर्ट में होगा।
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