चेन्नई में बच्चों के साथ हो रहे यौन शोषण और बाल शोषण के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। जिसे लेकर चेन्नई पुलिस ने एक अहम कदम उठाया है। पुलिस ने मुस्कान अभियान शुरू करके इन गैर कानूनी कामों में फंसे बच्चों को बाहर निकाल उन्हें उनके अभिभावकों तक पहुंचाने का ये नेक काम किया है। पुलिस ने इस अभियान के तहत शहर के विभिन्न इलाकों से 25 लापता और गरीब बच्चों को बचाया है।
इस अभियान की शुरूआत तमिलनाडु सरकार के सामाजिक कल्याण विभाग , बाल कल्याण के क्षेत्र में काम करने वाले गैर सरकारी संगठनों के अलावा बाल कल्याण समीति ने एक साथ मिलकर की। मुस्कान नामक इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों को सड़कों पर भीख मांगने के अलावा यौन व्यापार और असामाजिक तत्वों से बचाना है। पुलिस का कहना है कि कानूनी तौर पर बच्चों का किसी भी तरह से शोषण करना जुर्म है, लेकिन लोग बिना कानून की परवाह किए बगैर इन छोटे-छोटे बच्चों से गलत काम करा रहे हैं, जिसे लेकर कार्यवाही की जाएगी।
पुलिस ने अब तक जिन बच्चों को मुक्त कराया है, उन्हें बालगृहों में भेज दिया है और वहां उनके परिवारों की पहचान कराई जा रही है। ताकि इन बच्चों को उनके परिवार तक पहुंचाया जा सके। बता दें कि चेन्नई पुलिस उपायुक्त ने इन बच्चों को शहर की गलियों , समुद्र के किनारों, आसपास बनी फैक्ट्रीज से ढूंढा है।
बता दें कि ये अभियान असम, ओडिशा और राजस्थान की राज्य सरकारों द्वारा भी विभिन्न जगहो पर चलाया जा रहा है।